जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के काफिले पर आतंकी हमला हुआ है जिसमें 4 जवान शहीद हो गए और 6 जवान घायल हो गए हैं। हमला सोमवार को मल्हार ब्लॉक के मचहेडी इलाके में हुआ। घटना के बाद इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया है और आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी है। पिछले दो महीनों में यह सेना पर दूसरा आतंकी हमला है।
कठुआ में सेना पर आतंकी हमला :
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। इस हमले में 4 जवान शहीद हो गए हैं और 6 जवान घायल हुए हैं। घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। हमला तब हुआ जब सेना का काफिला मल्हार ब्लॉक के मचहेडी इलाके से गुजर रहा था।
#BREAKING | कठुआ आतंकी हमले में 4 जवान शहीद- कठुआ के बिलावर इलाके में हुआ हमला- सेना की गाड़ी पर आतंकियों ने की फायरिंग'भारत की बात' @SavalRohit के साथ@AshishSinghNews | https://t.co/smwhXUROiK#BharatKiBaatOnABP #JammuAndKashmir #TerroristAttack #Kathua #Army pic.twitter.com/GQavz5ZS1U— ABP News (@ABPNews) July 8, 2024
हमला और मुठभेड़ की शुरुआत :
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के दौरान घात लगा कर छिपे आतंकियों ने भारतीय सेना की कोर 9 के जवानों के काफिले पर हमला किया। इस हमले में घातक और ऑटोमैटिक हथियारों का प्रयोग किया गया। अचानक हुए इस हमले में 10 जवान घायल हो गए। इनमें से 4 जवानों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि 6 अन्य घायल हो गए।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई :
आतंकियों की तरफ से फेंके गए ग्रेनेड से सैन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। हमले के बाद इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया है। अतिरिक्त सुरक्षा बल घटनास्थल पर भेजे गए हैं और आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी है। तलाशी के दौरान आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई है। आतंकी रात में बढ़ रहे अँधेरे का फायदा उठा कर भागने की फिराक में थे, लेकिन फ़िलहाल उनको घेर लिया गया है।
हमले की जिम्मेदारी :
अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सुरक्षा बल पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं और आतंकियों की तलाश में जुटे हुए हैं।
पिछले हमले :
यह पिछले 2 महीनों में सेना पर दूसरा आतंकी हमला है। इस से पहले 4 मई, 2024 को पुँछ के शाहसितार इलाके में वायुसेना के काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले में 1 सैनिक को वीरगति मिली थी जबकि 4 अन्य जवान घायल हो गए थे। पुँछ में ही जनवरी 2024 में आतंकियों ने सैन्य बल पर एक और हमला किया था। इस हमले में सेना के सभी जवान सुरक्षित रहे थे। गोलीबारी के बाद आतंकी भाग निकले थे।
सुरक्षा बलों की सतर्कता :
इस प्रकार के हमले सुरक्षा बलों की सतर्कता और उनके त्वरित प्रतिक्रिया का प्रमाण हैं। सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से आतंकियों को घेर लिया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सुरक्षा और बढ़ा दी है ताकि आगे किसी प्रकार की घटना से निपटा जा सके।
निष्कर्ष :
इस आतंकी हमले ने फिर से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने स्थिति को नियंत्रण में रखा है, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं सुरक्षा बलों और आम जनता के लिए गंभीर खतरा हैं। ऐसे हमलों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की तत्परता और सतर्कता अत्यंत महत्वपूर्ण है।