महाराष्ट्र चुनाव में "शाम 6 बजे के बाद 76 लाख वोट पड़े" – इस बेहूदी और बेबुनियाद बात को लेकर दायर याचिका को बॉम्बे हाईकोर्ट ने सख्ती से खारिज कर दिया है।
अदालत ने साफ शब्दों में कहा – "यह याचिका अदालत के समय की पूरी बर्बादी है"। एक पूरा दिन बर्बाद हो गया, लेकिन कोर्ट ने फिर भी संयम दिखाते हुए जुर्माना नहीं लगाया।
अब ज़रा सोचिए – राहुल गांधी ने इसी झूठे नैरेटिव को लेकर छह महीने तक देश को गुमराह किया, चुनाव आयोग की साख पर सवाल खड़े किए, और देश के लोकतंत्र पर संदेह फैलाया।
क्या अब राहुल गांधी देश से माफ़ी माँगेंगे?
क्या उनकी पार्टी और समर्थक अब भी इस झूठ को जिंदा रखेंगे?
देश को ऐसे नेताओं से बचाने का समय आ गया है जो लोकतंत्र की आड़ में ये सिर्फ अफवाहें फैलाते हैं।