कहते हैं "लव जिहाद कुछ नहीं होता", लेकिन हकीकत बार-बार इस झूठ को नंगा करती है। दिल्ली की एक हिंदू युवती को सोशल मीडिया पर 'राहुल' नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। दोनों में बातचीत शुरू हुई, दोस्ती गहरी हुई और फिर प्यार में बदल गई। रिश्ते इतने करीब आ गए कि शारीरिक संबंध भी बन गए।
लेकिन जब लड़की ने शादी की बात की, तब ‘राहुल’ ने अपनी असली पहचान बताई — "मैं फैज़ल हूं, अगर मुझसे शादी करनी है तो पहले मुसलमान बनो।" सोचिए, एक मासूम लड़की को प्यार के नाम पर धोखा दिया गया, उसकी भावनाओं और शरीर दोनों से खेला गया — और फिर शर्त रखी गई कि शादी के लिए अपना धर्म छोड़ो।
ये सिर्फ एक मामला नहीं है, ये उस साजिश का हिस्सा है जो हमारी बेटियों की पहचान, आस्था और आत्मसम्मान को खत्म करने की कोशिश कर रही है। अब भी अगर हम आंखें मूंदे बैठे हैं, तो अगला नंबर किसी और की बेटी का नहीं — आपकी हो सकती है। लव जिहाद एक सच्चाई है, समय रहते इसे पहचानना ज़रूरी है।