आपको बता दे की समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली पुलिस ने देश विरोधी न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अगर आपको याद हो तो मंगलवार को स्पेशल सेल द्वारा दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में समाचार पोर्टल से जुड़े 40 से अधिक पत्रकारों और इससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसके बाद पुरकायस्थ और न्यूजक्लिक के एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन गिरफ्तारियों के बाद न्यूजक्लिक ने आरोपों को बेतुका बताया और कहा था कि ये कार्यवाही भारत में स्वतंत्र प्रेस को खत्म करने की एक साजिश है।
दर्ज FIR मे समझिए इनका देश विरोधी खेल :
- इन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया था कश्मीर-अरुणाचल भारत का हिस्सा ही नहीं है।
- किसान आंदोलन में देशविरोधी लोगो से पैसा इकट्ठा कर किसान आंदोलन में पैसा लगा कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश।
- कोरोना महामारी में भारत को बदनाम करने की साजिश, साथ ही वैक्सिनेशन पर भी झूठी खबर चला कर लोगो को गुमराह किया।
- चीन से इकट्ठा की गई फंडिंग से Xiaomi और Vivo का भारत में बचाव करना क्यूंकि ये दोनो टेलीकॉम कंपनियां चीन की ही है।
- आपको बता दे कि अप्रैल 2018 से मेसर्स पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मेसर्स वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स एलएलसी और अन्य से पांच साल की छोटी अवधि के दौरान अवैध तरीकों से करोड़ों रुपये प्राप्त किए गए हैं। अमेरिका की मेसर्स वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स एलएलसी एवं अन्य संस्थानों से पाँच साल की इस अवधि में अवैध तरीकों से इन पैसों को भेजा गया। विदेशी फंड को शंघाई के निवासी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सक्रिय सदस्य नेविल रॉय सिंघम ने कई संस्थाओं के जरिए विदेशी धन को भेजा।
- आपको बता दे कि FIR में बताया गया है कि, ”नवलखा पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड में 2018 में इसकी स्थापना के बाद से एक शेयरधारक हैं। गौतम नवलखा एल्गार परिषद के मामले में भी आरोपित हैं। ये प्रतिबंधित नक्सली संगठनों को सक्रिय रूप से समर्थन करता हैं साथ ही गुलाम नबी फई के साथ राष्ट्र-विरोधी सांठगांठ रखने जैसी भारत विरोधी और गैरकानूनी गतिविधियों में भी शामिल रहा हैं। आपको बता दे फई पाकिस्तान की आईएसआई का एजेंट है। पुरकायस्थ 1991 से कुख्यात नक्सल समर्थक गौतम नवलखा के साथ जुड़े हुए थे।
- आसान शब्दों में समझे तो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सदस्य नेविल सिंघम ने अवैध तरीके से पुरकायस्थ और उनके सहयोगियों पैसा भेजा, ये पैसा पुरकायस्थ ने देशविरोधी, नक्सल एवं पाकिस्तानी समर्थक गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ के सहयोगियों को वितरित किया फिर इन पैसों से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया गया।
- एफआईआर में ये कहा गया है कि, ”गुप्त सूचनाओं से यह भी पता चला है कि इन लोगो ने चीनी कर्मचारियों से मेल पर बात किए, जिसमे कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं दिखाने की चर्चा भी हुई। साथ ही यह भी कहा गया है कि इस तरह की अवैध विदेशी फंडिंग के माध्यम से किसानों के विरोध को लंबा करके संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और नष्ट करने की भी साजिश की गई।