भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐलान किया है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ राष्ट्रिय जनतांत्रिक गठबंधन की तरफ से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार हैं। उन्होंने इसका ऐलान करते हुए कहा भाजपा और एनडीए उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी किसान पुत्र श्री जगदीप धनखड़ जी को घोषित करती है। श्री जगदीप धनखड़ जी वर्तमान मे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल है और लगभग तीन दशक तक सार्वजनिक जीवन में काम किया है। वोटों के गणित के हिसाब से उनकी जीत सुरक्षित मानी जा रही है।
जेपी नड्डा ने जगदीप धनखड़ को किसान पुत्र बताते जिक्र किया कि उनका सार्वजनिक जीवन 30 वर्षों का है 18 मई 1951 को जन्मे 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ को जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया था। उनका जन्म राजस्थान के एक छोटे से गांव किठाना में हुआ था। चित्तौड़गढ़ स्थित सैनिक स्कूल में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने जयपुर स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान में स्नातक किया।
वह 1989 में झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से जनता दल के टिकट पर सांसद चुने गए थे। इससे पहले वह अजमेर के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से 1993 से 98 में विधायक भी रहे हैं। पेशे से अधिवक्ता जगदीप धनखड़ राजस्थान हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद को भी सुशोभित कर चुके हैं। 1990-91 में जगदीप धनकर केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। इन, NDA और IAS के लिए चुने जाने के बावजूद उन्होंने वकालत को अपना पेशा चुना।
ना सिर्फ जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने में उनकी बड़ी भूमिका है बल्कि मारवाड़ी समाज में भी उनका अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। बीच में जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस का दामन भी थामा था। अजमेर से लोकसभा का चुनाव हारने के बाद उन्होंने भाजपा का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट के भी वह जाने-माने वकील रह चुके हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC से सरकार के फैसले के लिए कई बार उन्हें आड़े हाथों लिया है और यह टकराव मीडिया की सुर्खियां बनती रही है।