राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल मर्डर केस में एनआईए जांच में बड़ा खुलासा हुआ है.जानकारी के मुताबिक हत्याकांड के आरोपियों में शामिल एक मोहम्मद गौस वारदात को अंजाम देने से पहले ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा गया था.हत्याकांड में दो मौलानाओं और दो वकीलों के भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है.
उदयपुर के दो मौलानाओं रियासत हुसैन और अब्दुल रजाक ने दावते इस्लामी की ट्रेनिंग के लिए हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद गौस को पाकिस्तान भेजा था. गौस के साथ वसीम उतारी और अख्तर रजा भी पाकिस्तान गया था.एनआईए ने इन तीनों को हिरासत में लिया है सूत्रों के अनुसार हत्याकांड की साजिश में दो मौलाना और दो वकील भी शामिल है और इन्हें भी हिरासत में लिया गया है.बताया जा रहा है कि आरोपियों की एक बैठक हुई थी जिसमें रियाज ने टेलर कन्हैयालाल को मारने की जिम्मेदारी ली थी.
उदयपुर में 28 जून की दोपहर दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैया लाल की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी.आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए थे.इसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो शेयर कर कहा था कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की है,इतना ही नहीं आरोपियों ने पीएम मोदी को भी धमकी दी थी.