वाराणसी: 14 जुलाई बृहस्पतिवार से सावन का पहला दिन शुरू हो गया है इसी के साथ ही बाबा धाम वाराणसी में श्रद्धालु और कावड़िए 13 जुलाई की रात से ही लाइन लगाकर के दर्शन व जलाअभिषेक की प्रतीक्षा में लग गए।
आध्यात्मिक नगरी काशी बम-बम भोले के नाम से गूंज रही है। बीते 2 वर्षों में कोरोना के चलते कांवड़ियों की यात्रा पर रोक लगा दिया गया था । इस बार हालत सामान्य होने के कारण कावड़ यात्रा को अनुमति दे दी गई है ।गुरु पूर्णिमा से ही कांवड़ यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। बाबा की नगरी काशी केसरिया रंग से रंग गई है शिवालयों और मंदिरों को फूलों और झालरों से सजाया जा चुका है।
इसी के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव स्वरूप को देखने के लिए देश विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ काशी आने की संभावना है। सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए मंदिर परिसर के आसपास के इलाकों में बैरिकेडिंग का काम हो गया है। श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके लिए हर तरीके की सुविधा मंदिर परिसर में ही उपलब्ध कराई गई है । कूलर -पंखे ,आरो का पानी ,टेंट इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।मारकंडेय महादेव ,सारंग नाथ ,केदारेश्वर और मृत्युंजय मंदिरों में भी पूरी तैयारी हो चुकी है।