जैसा कि हम सब जानते हैं केरल में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते कुछ दिनों से केरल में लगातार 20,000 से अधिक में कोरोना के मामले दर्ज किए गए है। इसी बीच केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने 31 जुलाई शनिवार को लोगों से आग्रह किया है कि ओणम के त्यौहार के दौरान भीड़ ना लगाएं और कार्यक्रमों तथा समारोह में जाने से बचें क्योंकि केरल अभी कोरोना की दूसरी लहर से मुक्त नहीं हुआ है। इसलिए तीसरी लहर से बचाव के लिए अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अब स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का लोगों से किया गया यह आग्रह हास्यास्पद लगता है, क्योंकि कुछ दिनों पहले ही केरल के यही स्वास्थ्य मंत्री बकरीद पर लॉकडाउन में नाम पर ढील दे रहे थे और आज कोरोना को लेकर सख्ती दिखा रहे है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केरल में बकरीद के मौके पर राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू प्रतिबंध को हटाने के बाद से संक्रमण के नए मामले बढ़ने लगे थे। एक आंकड़े के अनुसार ईद के बाद यह संख्या 22 हजार से अधिक हो गई है। अगर वही हम पिछले 5 दिनों की बात करें तो केरल में लगातार 20,000 से अधिक कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं 27 जुलाई को केरल में 22,000 से अधिक नए केस दर्ज किए गए थे जो कि उस दिन का पूरे देश में दर्ज हुए संक्रमण के नए मामलों का लगभग 53% था।
केरल ईद के लिए खुला, ओणम के लिए बंद :
वैसे तो यह जगजाहिर है कि केरल में जो सरकार है पूर्ण रुप से हिंदू विरोधी सरकार है जो हमेशा से राज्य में हिंदुओं का तिरस्कार करते आई है और अब भी फिर से एक बार केरल सरकार ने दोहरा चरित्र दिखाते हुए जहां एक तरफ बकरीद के मौके पर मुस्लिमों को छूट दी तो वहीं दूसरी तरफ ओणम से ठीक पहले सरकार कोरोना को लेकर सख्ती दिखा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केरल में कोरोना संक्रमण से पिनराई विजयन सरकार पूर्ण रूप से विफल रही है, इसके बावजूद केरल सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुस्लिम समुदाय को बकरीद का जश्न मनाने की इजाजत दी थी।
गौरतलब है की18 जुलाई से 21 जुलाई यानी 3 दिनों के लिए लॉकडाउन हटा दिया गया था। आपको बता दें कि केरल सरकार ने 17 जुलाई को एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके बकरीद का जश्न मनाने के लिए छूट देने की घोषणा की थी, जबकि सरकार को यह पता था कि राज्य में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं।