जैसा कि हम सब जानते हैं नेटफ्लिक्स अपने शो को लेकर काफी बार विवादों में रहा है। हमने पहले भी देखा है कि कैसे नेटफ्लिक्स ने हिंदू विरोधी कंटेंट को अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर चलाकर हिंदुओं की बदनाम करने की कोशिश की है और फिर से एक बार ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स अपने कंटेंट को लेकर विवादों से घिरता हुआ नजर जा रहा है। लेकिन इस बार का यह विवाद हिंदुओं को लेकर नहीं बल्कि मुस्लिमों को लेकर है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक शो के पोस्टर को लेकर नेटफ्लिक्स मुस्लिम समुदाय के निशाने पर आ गया है।
दरअसल नेटफ्लिक्स का एक शो है जिसका नाम नवरस है, इसी शो के पोस्टर पर कुरान की आयतें दिखाई गई हैं, जिसके कारण मुस्लिम समुदाय नेटफ्लिक्स का विरोध कर रहा है। आपको बता दें कि यह पोस्टर दैनिक अखबार तांथी में प्रकाशित किया गया है। पोस्टर के प्रकाशन होने के बाद सोशल मीडिया पर कट्टर मुस्लिम समुदाय संगठनों द्वारा लगातार नेटफ्लिक्स के विरुद्ध अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है और नेटफ्लिक्स पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की जा रही है। आपको बता दें कि इस्लामिक संगठन रजा अकैडमी इस विरोध में सबसे आगे है जो नेटफ्लिक्स पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
रजा अकैडमी अपनी कट्टरपंथी विचारधारा के लिए जाना जाता है :
आपको बता दें कि रजा अकैडमी वही संगठन है जो अपनी कट्टरपंथी सोच और व्यवहार के लिए जाना जाता है। अगर आपको याद हो तो इसी इस्लामिक संगठन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों के खिलाफ फतवा जारी किया था। यह वही संगठन है जिसने धमकी दी थी कि अगर मोहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड फिल्म को बैन नहीं किया गया तो कानून व्यवस्था खराब हो सकती है, आपको बता दें कि इस फिल्म में इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद के जन्म से 13 साल तक के जीवन को दर्शाया गया था। यह वही संगठन है जिसने अगस्त 2011 में मुंबई के आजाद मैदान में प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई थी और फिर से एक बार इसी कट्टरपंथी संगठन ने नवरस के पोस्टर को लेकर नाराजगी व्यक्त की है।
हिंदुओं पर हंसते थे अब खुद आई तो नेट फिक्स को धमकी दे रहे हैं :
अब यह समझ पाना मुश्किल है कि जब इसी नेटफ्लिक्स द्वारा हिंदू विरोधी कंटेंट चलाकर हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की जाती है, तब यही वामपंथी और इस्लामिक कट्टरपंथी लोग नेटफ्लिक्स का समर्थन करते हैं लेकिन जब नेटफ्लिक्स इनके विरुद्ध कुछ दिखाता है तो यह हिंसा की धमकी देने लगते हैं। बहरहाल जो भी हो यह कई बार देखने को मिला है कि इस्लामिक कट्टरपंथियों की असहिष्णुता के कारण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में आ गई है। अब यह देखना होगा कि नेटफ्लिक्स किस तरह से इस पूरे विवाद को सुलझाता है और कैसे अपनी प्रतिक्रिया देता है।
आप रजा अकैडमी और कट्टरपंथी लोगो की कुछ ट्वीट्स देख सकते है, इन्होंने किस प्रकार विरोध जताया है :
Netflix has published a verse of the Quran in the advertisement of its film NavaRasa in Daily Thanthi newspaper
— Raza Academy (@razaacademyho) August 6, 2021
معاز اللہ
This is an insult to the Quran. We demand strict action against@NetflixIndia#BanNetflix #BanDailyThanthiNews #TahaffuzeQuran
Remember one thing that Quran and Islam are not the sources of entertaining people.
— ✿Ahmad Raza✿ ࿐احمدرضا࿐ (@Ahmad_Raza_Q) August 6, 2021
It belongs to our dignity and religious beliefs.
Please don't hurt our religious feelings by doing these kind of things.#TahaffuzeQuran#RemoveNavarasaPoster #BanNetflix pic.twitter.com/ntdQcQsj3Y
Why you print quran in film poster?#TahaffuzeQuran#BanNetflix#BanDailyThanthiNews pic.twitter.com/b9Nrdk3jnw
— Zeeshan Mirza Qadri (TNRAT HEAD) (@MirzaZeeman) August 6, 2021