दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे के दो दिन बाद गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है. एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि बहुत सारे दलों के लिए चुनाव सरकार बनाने और गिराने के लिए होते हैं. लेकिन भाजपा एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है, हमारे लिए चुनाव हमारी विचारधारा को बढ़ाने का जरिया है. सिर्फ हार-जीत के लिए हम चुनाव नहीं लड़ते.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लगाए कई आरोप:-
जी हां आपने सही सुना केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने 2005-06 में में तीन लाख डॉलर (भारतीय करेंसी में 2 करोड़ 26 लाख रुपए) डोनेशन दिया था पंडित रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी से सवाल किया है कि यह रुपए किन शर्तों पर लिए गए और इन रुपयों का क्या किया गया? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में चीन ने हमारी जमीनों पर कब्जा किया।कांग्रेस बताएं कि राजीव गांधी फाउंडेशन को यह रुपए चीन के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी यानी कि बिना रोक-टोक के आयात-निर्यात को प्रमोट करने के लिए मिले।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब डोनेशन देने की बात शुरू हुई थी और जब यह बात सामने आई तब राजीव गांधी फाउंडेशन ने कई सारे फर्जी स्टडीज का हवाला देते हुए बताया था कि भारत और चीन के बीच यह (एफटीए) कितना महत्वपूर्ण है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट के तहत कोई भी राजनीतिक पार्टी विदेश से पैसा नहीं ले सकती, साथ ही कोई भी एनजीओ बिना सरकार की अनुमति के विदेश से रुपया नहीं ले सकता। पंडित रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए यह पूछा कि कांग्रेस बताएं कि इस डोनेशन के लिए क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव गांधी फाउंडेशन एजुकेशन एंड कल्चरल बॉडी नहीं है बल्कि यह एक पोलिटिकल एसोसिएशन है।
अब हम आपको राजीव गांधी फाउंडेशन के सदस्यों की एक लिस्ट दिखाने जा रहे है कि कौन सदस्य किस पद पर है इस फाउंडेशन में :-
कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस बोर्ड के सदस्य हैं।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्य प्रदेश में जनसंवाद रैली में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि डोकलाम विवाद के दौरान राहुल गांधी ने चीन के एम्बेसडर से चुपचाप बात की थी। मौजूदा समय में गलवान वैली की झड़प के दौरान भी कांग्रेस देश को भ्रम में डाल रही है। कांग्रेस पर यह आरोप बेबुनियाद भी नहीं है क्योंकि हम लगातार यह देखते आए हैं कि जब से बीजेपी सत्ताधारी सरकार बनी है और जब भी भारत और चीन बॉर्डर मसलों को लेकर आमने-सामने होते हैं, तब कांग्रेस भारत की ओर से नहीं बल्कि चीन की ओर से बोलती नजर आती है। इसका उदाहरण हमने इस बार के विवाद में भी देखा है कि कैसे राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नीचा दिखाने की कोशिश की जैसे भारत ने चीन के सामने घुटने टेक दिए हो ।
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