अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे यह भारत के इतिहास में सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गई है।
हादसे के समय विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 237 यात्री और 5 क्रू सदस्य शामिल थे। समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, इनमें से 241 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि केवल एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाया है। यह अकेला जीवित व्यक्ति, जिसे गंभीर चोटें आई हैं, अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
इस त्रासदी की गंभीरता को और बढ़ा देने वाली बात यह है कि विमान के गिरने से ज़मीन पर मौजूद 24 लोग भी मारे गए, जिनमें से 5 एमबीबीएस के छात्र और बी.जे. मेडिकल कॉलेज के पास कार्यरत कुछ स्थानीय कर्मचारी शामिल हैं। ये लोग या तो आसपास मौजूद थे या कॉलेज परिसर में कार्यरत थे।
विमान हादसे का स्थान भी दुर्भाग्यपूर्ण रहा। फ्लाइट शहर के घनी आबादी वाले इलाके में गिरी, जहां बी.जे. मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल के निकट बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इससे हादसे का दायरा और नुकसान दोनों बढ़ गए।
अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा तकनीकी खराबी या संचार विफलता के कारण हुआ हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि विस्तृत जांच के बाद ही की जा सकेगी। इस हादसे की जांच के लिए एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने एक उच्च स्तरीय टीम गठित कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित कई नेताओं ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, “अहमदाबाद की यह दुर्घटना दिल तोड़ देने वाली है। हम सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।” वहीं, गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने और सभी घायलों का मुफ्त इलाज करवाने की घोषणा की है।
बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रों और स्टाफ की असामयिक मृत्यु ने चिकित्सा जगत को भी गहरा झटका दिया है। कॉलेज के एक प्रोफेसर ने कहा, “हमने न सिर्फ अपने छात्र खोए हैं, बल्कि अपने भविष्य के डॉक्टर खो दिए हैं। यह नुकसान अपूरणीय है।”
देशभर में इस हादसे को लेकर शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर लोग मृतकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और हादसे की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
यह हादसा एक बार फिर एयरलाइन सुरक्षा, तकनीकी परीक्षण और आपातकालीन प्रबंधन की गंभीरता को लेकर सवाल खड़े कर गया है।
🕉️ मृतकों को श्रद्धांजलि 🙏
ईश्वर उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दे।