Default Image

Months format

View all

Load More

Related Posts Widget

Article Navigation

Contact Us Form

404

Sorry, the page you were looking for in this blog does not exist. Back Home

Ads Area

वीर सावरकर के नाम से पीएम मोदी ने कॉलेज की राखी आधारशिला, दी हजारों करोड़ की सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जनवरी 2025 को दिल्ली में कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें दिल्ली विश्वविद्यालय के वीर सावरकर कॉलेज, 1600 फ्लैट्स की परियोजना, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और CBSE के नए हेडक्वार्टर का उद्घाटन प्रमुख हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने इन योजनाओं को दिल्ली के विकास और शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया। इन परियोजनाओं से दिल्लीवासियों को कई सुविधाएं मिलेंगी और शहरी विकास को एक नई दिशा मिलेगी।


दिल्ली विश्वविद्यालय को मिला नया वीर सावरकर कॉलेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के नजफगढ़ में वीर सावरकर कॉलेज का शिलान्यास किया। यह कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़ा होगा और इसके साथ दिल्ली विश्वविद्यालय को 29 वर्षों के बाद एक नया कॉलेज मिलेगा। इससे पहले, 1995 में दिल्ली विश्वविद्यालय को आखिरी बार नया कॉलेज मिला था। वीर सावरकर कॉलेज को 140 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा और यह कॉलेज 18000 स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल में फैला होगा। कॉलेज में अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिनमें 24 क्लासरूम और 8 ट्युटोरियल रूम शामिल हैं। इसके अलावा, कॉलेज में एक विशाल लाइब्रेरी, कैंटीन और शिक्षकों के लिए 40 कमरे होंगे।

इस कॉलेज के बनने से नजफगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा का लाभ मिलेगा। कॉलेज में कानून, विज्ञान, और कला जैसे विभिन्न विषयों में शिक्षा दी जाएगी, जो छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर होगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा क्योंकि यह विश्वविद्यालय अब शहर के चारों कोनों में फैल जाएगा। इससे दिल्ली के शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा और छात्रों को सुविधाजनक और सशक्त शिक्षा मिलेगी। इसके साथ ही, यह कॉलेज क्षेत्रीय विकास के लिए भी एक सकारात्मक कदम होगा।


1600 से अधिक फ्लैट्स का उद्घाटन: झुग्गीवासियों के लिए सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए 1600 से अधिक नए फ्लैट्स का उद्घाटन किया। यह फ्लैट्स अशोक विहार स्लम पुनर्वास परियोजना के अंतर्गत बनाए गए हैं। इन फ्लैट्स की लागत ₹25 लाख प्रति फ्लैट है, और इन्हें उच्च गुणवत्ता और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों को एक सुरक्षित और आरामदायक जीवन प्रदान करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इन फ्लैट्स में कुछ लाभार्थियों को चाबी सौंपकर इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की।

इन नए फ्लैट्स में रहने से दिल्ली के झुग्गी बस्ती के लोगों को बेहतर जीवनशैली मिलेगी। इसके अलावा, इस परियोजना से शहरी विकास को एक नई दिशा मिलेगी और नागरिकों के लिए बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। मोदी ने कहा कि यह परियोजना दिल्ली के विकास और उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो वर्षों से झुग्गियों में रहकर संघर्ष कर रहे थे, और अब उन्हें एक ठोस और व्यवस्थित आवास मिलेगा।


CBSE के नए इंटीग्रेटेड हेडक्वार्टर का उद्घाटन

दिल्ली में शिक्षा क्षेत्र को एक और महत्वपूर्ण सौगात मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई (CBSE) के नए इंटीग्रेटेड हेडक्वार्टर का उद्घाटन किया। यह हेडक्वार्टर दिल्ली के द्वारका में बनाया गया है, जिसकी निर्माण लागत ₹300 करोड़ है। इस हेडक्वार्टर में आधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जिसमें एक अत्याधुनिक डाटा सेंटर भी शामिल है। यह सेंटर सीबीएसई के संचालन को और अधिक दक्ष और संगठित बनाएगा, जिससे देशभर के छात्रों के लिए बेहतर शिक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया संभव हो सकेगी।

इस नए हेडक्वार्टर से सीबीएसई के सभी कार्यों को एक ही स्थान पर केंद्रीकृत किया जाएगा। इसके अलावा, हेडक्वार्टर में छात्रों और शैक्षिक संस्थाओं के लिए जरूरी सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। मोदी ने इस अवसर पर कहा कि यह हेडक्वार्टर शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल पहल को बढ़ावा देगा और देशभर में सीबीएसई से जुड़े कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही, यह इंटीग्रेटेड हेडक्वार्टर सीबीएसई की कार्यप्रणाली को और भी मजबूत करेगा और छात्रों को अधिक सुविधा देगा।


दिल्ली में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के सरोजिनी नगर में बनाए गए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का उद्घाटन भी किया। यह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर राजधानी के व्यावसायिक विकास को प्रोत्साहित करेगा और दिल्ली को वैश्विक व्यापारिक मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाएगा। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उद्घाटन के साथ दिल्ली अब एक और महत्वपूर्ण वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में उभरेगा। इस सेंटर में व्यापार, वाणिज्य और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और अत्याधुनिक तकनीकी संरचनाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

सरोजिनी नगर में यह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर देश-विदेश के व्यापारिक साझेदारों को आकर्षित करेगा और व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देगा। यह सेंटर भारत की अर्थव्यवस्था को और भी मजबूती देगा और व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को दिल्ली के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और इसके जरिए दिल्ली के व्यापारिक क्षेत्र में नई संभावनाओं की शुरुआत होने की उम्मीद जताई।


दिल्ली के विकास की दिशा में बड़ी योजनाएँ

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिल्ली में उद्घाटन और शिलान्यास की गई ये सभी परियोजनाएं दिल्ली के शहरी और शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य दिल्ली को न केवल एक आधुनिक और विकसित शहर बनाना है, बल्कि यहां के लोगों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा, बेहतर आवास, और व्यापारिक अवसर प्रदान करना है। मोदी ने इन परियोजनाओं को दिल्ली के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह सभी परियोजनाएं दिल्ली को अगले दशक में एक समृद्ध और सशक्त शहर बनाएंगी।

दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कॉलेज, फ्लैट्स, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और सीबीएसई के हेडक्वार्टर के उद्घाटन के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्लीवासियों को एक बडे़ तोहफे के रूप में ये योजनाएँ दी हैं, जो न केवल शहरी विकास को प्रोत्साहित करेंगी, बल्कि दिल्ली को एक और नई पहचान दिलाएंगी। इन योजनाओं का लाभ दिल्ली के हर वर्ग को मिलेगा और यह दिल्ली को एक नई दिशा में आगे बढ़ने का मौका प्रदान करेगा।


निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जनवरी 2025 को दिल्ली में शिक्षा, आवास और व्यापार क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें दिल्ली विश्वविद्यालय का नया वीर सावरकर कॉलेज, 1600 फ्लैट्स, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और CBSE का नया हेडक्वार्टर शामिल हैं। इन योजनाओं के जरिए दिल्ली में शिक्षा, आवास और व्यापार के क्षेत्र में नए अवसर और सुधार होंगे, जो दिल्ली को एक आधुनिक और समृद्ध शहर बनाने में मदद करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे दिल्ली के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया और इन परियोजनाओं को दिल्लीवासियों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम बताया।