अमेरिका के कैलिफ़ॉर्निया राज्य के जंगलों में लगी आग ने भयंकर रूप ले लिया है। तेज़ हवाओं और शुष्क परिस्थितियों के चलते आग को काबू करना मुश्किल हो गया है। लॉस एंजेलिस के इलाकों में आग का दायरा लगातार बढ़ रहा है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करते हुए बचाव कार्यों में तेज़ी लाने का निर्देश दिया है। हॉलीवुड के कई सितारों के घर भी इस आग की चपेट में आ गए हैं। जलवायु परिवर्तन और तेज़ हवाएं इस आपदा के प्रमुख कारण हैं।
कैलिफ़ॉर्निया के जंगलों में आग ने लिया विनाशकारी रूप
कैलिफ़ॉर्निया के लॉस एंजेलिस के जंगलों में आग ने भयावह रूप ले लिया है। आग का दायरा बढ़कर 17,200 एकड़ तक फैल चुका है, जिससे यह कैलिफ़ॉर्निया के इतिहास की सबसे विनाशकारी आग बन गई है। मंगलवार सुबह यह आग पैसिफ़िक पेलिसेड्स इलाके से शुरू हुई थी और चंद घंटों में 2900 एकड़ में फैल गई।
आग के कारण लॉस एंजेलिस के आसमान में धुएं के बादल छा गए हैं, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ गया है। अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और एक लाख से अधिक लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। राहत कार्यों में तेज़ हवाएं और पानी की कमी बड़ी बाधा बन रही हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने रद्द किया विदेश दौरा
राष्ट्रपति जो बाइडन ने आग की गंभीरता को देखते हुए इटली का अपना अंतिम विदेश दौरा रद्द कर दिया। उन्होंने अमेरिकी सेना को दमकलकर्मियों की मदद के लिए साधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बाइडन ने कहा, "हम हर संभव मदद करेंगे ताकि प्रभावित लोग जल्द सामान्य जीवन में लौट सकें। हालांकि, यह काम लंबा समय ले सकता है।"
बाइडन ने आग को काबू में लाने के लिए अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने का वादा किया है। उनके इस कदम को लोगों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है।
तेज़ हवाओं और शुष्क परिस्थितियों से राहत कार्य प्रभावित
आग के तेजी से फैलने के पीछे तेज़ हवाओं और शुष्क परिस्थितियों को मुख्य कारण माना जा रहा है। सैंटा ऐना विंड्स, जो आमतौर पर इस मौसम में चलती हैं, इस बार 60-100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। ये हवाएं आग के दायरे को तेज़ी से बढ़ा रही हैं। दमकल विभाग के प्रमुख ने कहा है कि राहत और बचाव कार्यों में तेज़ हवाएं बड़ी चुनौती बन रही हैं। पानी की कमी और शुष्क भूमि ने हालात को और बदतर बना दिया है।
I can’t get my head around no water in the fire hydrants. NONE. No brush management for 30 years, incompetent evac planning, and no water for firefighters to combat the flames. The helplessness these people must feel. Pray for these people, this is devastating pic.twitter.com/4PfMEgMwL0
— Kristen Garcia Dumont (@kgarciadumont) January 8, 2025
हॉलीवुड सितारों के घरों को भी नहीं बख्शा आग ने
आग की लपटें हॉलीवुड हिल्स तक पहुंच गई हैं, जिससे कई मशहूर हस्तियों के घर जलकर खाक हो गए हैं। अभिनेता बिली क्रिस्टल और बिजनेसवुमन पेरिस हिल्टन जैसे सितारे इस आग के शिकार हुए हैं।
बिली क्रिस्टल ने कहा कि उनका 1979 से पैसिफ़िक पेलिसेड्स में स्थित घर अब पूरी तरह नष्ट हो गया है। पेरिस हिल्टन ने इंस्टाग्राम पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि उन्होंने मालिबु स्थित अपना घर खो दिया।
ऑस्कर नामांकन की तारीख भी टली
आग के कारण एकेडमी अवॉर्ड्स के नामांकन की तारीख को 17 जनवरी से बढ़ाकर 19 जनवरी कर दिया गया है। एकेडमी के सीईओ ने बयान जारी कर प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
आग की वजह से दक्षिणी कैलिफ़ॉर्निया के कई क्षेत्रों में सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हॉलीवुड इंडस्ट्री के कई लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं, जिससे यह इंडस्ट्री के लिए भी एक बड़ा झटका है।
जलवायु परिवर्तन ने बढ़ाई आपदा की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि इस आग के पीछे जलवायु परिवर्तन की अहम भूमिका है। हाल के महीनों में कैलिफ़ॉर्निया में बारिश नहीं हुई, जिससे ज़मीन शुष्क हो गई। इसके बाद तेज़ गर्मी के कारण जंगलों में आग लगने की संभावना बढ़ गई। दक्षिणी कैलिफ़ॉर्निया में शुष्क हवाओं ने आग को और भड़काने का काम किया। तेज़ हवाओं और शुष्क भूमि के कारण आग को नियंत्रित करना लगभग असंभव हो गया है।
आग से होने वाले दीर्घकालिक प्रभाव
इस आग के दीर्घकालिक प्रभाव बेहद गंभीर हो सकते हैं। पर्यावरण को हुए नुकसान के साथ-साथ लाखों लोगों के जीवन पर इसका असर पड़ेगा। दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन को इस आपदा से निपटने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में और बढ़ सकती हैं। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना बेहद ज़रूरी है।
आग से हुई तबाही के पहले और बाद की कुछ तस्वीरें :
निष्कर्ष
कैलिफ़ॉर्निया की जंगलों में लगी यह आग केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे का संकेत है। इससे न केवल पर्यावरण, बल्कि लाखों लोगों के जीवन पर भी गहरा असर पड़ा है। इस आपदा से निपटने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की ज़रूरत है।
इस आग ने एक बार फिर से जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभावों पर ध्यान आकर्षित किया है। अब समय आ गया है कि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाएं।