शराब घोटाले में दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जाँच पूरी हो चुकी है और अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ₹1100 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क करने की तैयारी कर रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी का दावा है कि केजरीवाल का स्वास्थ्य खतरे में है और उन्हें ब्रेन डैमेज का खतरा है।
AAP की संलिप्तता पर ED का दावा :
दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी ने लगातार अपनी संलिप्तता को नकारा है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ED) का दावा है कि उन्होंने इस केस में पार्टी और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जाँच पूरी कर ली है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी खुद ED ने दी है।
अपराध आय और संपत्तियों की कुर्की :
रिपोर्ट के मुताबिक, ED ने बताया है कि उनका ध्यान अब इस बात पर है कि 1100 करोड़ की अपराध आय के बराबर कौन सी संपत्तियाँ कुर्क की जाएं। जाँच एजेंसी ने अब तक 244 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। एक अधिकारी ने पहचान न छापने की शर्त पर बताया कि अरविंद केजरीवाल और AAP, आरोपित संख्या 37 और 38 के संबंध में उनकी जाँच पूरी हो गई है। अदालत ने टीम द्वारा दायर सभी आठ आरोप पत्रों का संज्ञान लिया है और अधिकांश आरोपितों को जमानत देने से इनकार कर दिया है।
शेष अपराध राशि का पता लगाने की प्रक्रिया :
ED के एक अन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि वे अब इस मामले में तेजी से सुनवाई के लिए कोशिश करेंगे, क्योंकि इसमें 40 आरोपित, सैकड़ों गवाह और हजारों पन्नों में दस्तावेजी सबूत हैं।
कोर्ट में चार्जशीट और आरोप :
प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में दायर की गई अपनी चार्जशीट में शराब घोटाला मामले का सरगना सिर्फ दिल्ली सीएम को बनाया है। उन्होंने दिल्ली सीएम पर लगे आरोपों की पुष्टि के लिए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंटा और व्यवसायी पी सरथ रेड्डी के बयानों का इस्तेमाल किया। ED ने आरोप पत्र में दावा किया है कि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और पार्टी के पूर्व मीडिया प्रभारी विजय नायर ने गोवा और पंजाब में चुनावी फंडिंग के लिए 100 करोड़ रुपए की कथित रिश्वत की माँग की थी।
AAP मंत्री आतिशी मार्लेना का बयान :
जाँच पूरी होने के बीच AAP मंत्री आतिशी मार्लेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि अरविंद केजरीवाल न्यायिक हिरासत में खतरे में हैं। उनका बीपी और शुगर लेवल डिप हो रहा है। वह पिछले 30 साल से डायबिटीज के मरीज हैं। ऐसे में भाजपा का मकसद सिर्फ केजरीवाल को जेल में डालना नहीं बल्कि उनकी तबीयत को नुकसान पहुँचाना है। आतिशी मार्लेना के मुताबिक, केजरीवाल का वजन 8.5 किलो कम हुआ है।
भाजपा का प्रतिवाद :
इस मामले में भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की हालत को लेकर सिर्फ कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास चल रहा है ताकि स्वास्थ्य के आधार पर अरविंद केजरीवाल को बेल मिल जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की यह रणनीति केवल बेल लेने के लिए हो रही है।
निष्कर्ष :
दिल्ली शराब घोटाला मामला एक गंभीर मुद्दा है जिसमें दोनों पक्षों के अपने-अपने दावे और तर्क हैं। प्रवर्तन निदेशालय की जाँच और आरोपों के बावजूद, आम आदमी पार्टी अपनी संलिप्तता को नकार रही है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही और न्यायिक प्रक्रिया महत्वपूर्ण होगी। दोनों पक्षों के विचारों और आरोपों को ध्यान में रखते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय लेती है और आगे की कार्रवाई कैसे होती है।