नरेंद्र मोदी आज, रविवार (9 जून 2024), राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर एक नया इतिहास रचने जा रहे हैं। भाजपा के नेतृत्व में बनने वाली इस गठबंधन सरकार में चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रमुख घटक दल हैं। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें और एनडीए को 293 सीटें मिली हैं।
नए कैबिनेट मंत्रियों के नाम सामने :
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। हालाँकि, इन नामों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, TDP के दो सदस्य मंत्री पद की शपथ लेंगे। ये नाम हैं - एमबीए डिग्रीधारी किंजरापु राममोहन नायडू और एनआरआई मेडिकल डॉक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी। टीडीपी ने इसकी घोषणा की है।
किंजरापु राममोहन नायडू: युवा और उत्साही नेता :
लगभग 36 वर्षीय किंजरापु राममोहन नायडू श्रीकाकुला लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं और वे कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेंगे। वे टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा में इसके सदन के नेता हैं। राज्य के सबसे युवा सांसदों में से एक, राममोहन नायडू ने वाईएसआरसीपी के तिलक पेराडा को 3.20 लाख वोटों से हराया है।
परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि :
राममोहन नायडू के पिता, दिवंगत येरन नायडू, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक और सांसद थे। वे 1996 और 1998 के बीच संयुक्त मोर्चा सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। उनके चाचा, के. अच्चेन्नायडू, तेक्काली से विधायक और टीडीपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं। दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरकेपुरम में पढ़ाई के बाद राममोहन नायडू ने अमेरिका के इंडियाना राज्य के पर्ड्यू विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की। इसके बाद उन्होंने लॉन्ग आइलैंड से एमबीए किया। पिता की मौत से पहले तक वे सिंगापुर में नौकरी कर रहे थे।
राजनीति में प्रवेश और सफलता :
26 साल की उम्र में, उन्होंने 2014 में श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिससे वे 16वीं लोकसभा में दूसरे सबसे कम उम्र के सांसद बन गए। राममोहन नायडू की राजनीति में सफलता और उनका समर्पण टीडीपी के लिए महत्वपूर्ण रहा है।
डॉक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी: एनआरआई डॉक्टर से राज्यमंत्री :
पहली बार सांसद बने 48 वर्षीय डॉक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। चंद्रशेखर ने वाईएसआरसीपी के किलारी वेंकट रोसैया को 3.4 लाख वोटों से हराया है।
चिकित्सा और राजनीति का संगम :
साल 1999 में डॉ. एनटीआर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से एमबीबीएस करने वाले मेडिकल डॉक्टर डॉ. चंद्रशेखर ने 2005 में अमेरिका के पेनसिल्वेनिया के गीसिंजर मेडिकल सेंटर से इंटरनल मेडिसिन में एमडी किया। उनका परिवार दशकों से टीडीपी का समर्थन कर रहा है और उन्होंने इस बार चुनाव लड़ने के लिए टिकट माँगा था। चंद्रशेखर के परिवार के पास 5,785 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, जिससे वे सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक हैं।
टीडीपी नेता जयदेव गल्ला की बधाई :
टीडीपी नेता जयदेव गल्ला ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में राममोहन नायडू को बधाई देते हुए लिखा, "नई एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में नाम की पुष्टि होने पर मेरे युवा मित्र राममोहन को बधाई। आपकी ईमानदारी और विनम्र स्वभाव निश्चित रूप से देश के विकास में सहायक सिद्ध होगा। नई भूमिका के लिए आपको शुभकामनाएँ।"
अन्य प्रमुख मंत्रियों के नाम :
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन-जिन नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलवानी है उन्हें फोन जाने लगे हैं। जिन-जिन नेताओं को खबर लिखे जाने तक फोन गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं: राजनाथ सिंह, अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, एस जयशंकर, राजीव प्रताप रूडी, अर्जुन राम मेघवाल, हरदीप सिंह पुरी, जी किशन रेड्डी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, चिराग पासवान, एचडी कुमारस्वामी, ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर, मनसुख मांडविया, प्रताप राव जाधव, अश्विनी वैष्णव, राव इंद्रजीत सिंह, जयंत चौधरी, अनुप्रिया पटेल, जीतनराम मांझी, प्रफुल्ल पटेल, जयंत चौधरी आदि।
नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल: उम्मीदें और चुनौतियाँ :
नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में देश के सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ और अवसर हैं। आर्थिक सुधार, कृषि विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधार की अपेक्षाएँ हैं।
आर्थिक सुधार और विकास :
मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में आर्थिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया गया था। जीएसटी, नोटबंदी, और मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों का प्रमुख उद्देश्य आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना था। अब, तीसरे कार्यकाल में, इन सुधारों को और अधिक सशक्त बनाने और नए क्षेत्रों में विस्तार करने की जरूरत होगी।
कृषि और ग्रामीण विकास :
कृषि और ग्रामीण विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ हैं। किसानों की समस्याओं का समाधान, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, और ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे।
शिक्षा और स्वास्थ्य :
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार भी अत्यंत आवश्यक हैं। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार को नई नीतियाँ और कार्यक्रम लागू करने होंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा :
राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में भी मोदी सरकार को महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे। सीमा सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने, और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए सरकार को नई रणनीतियाँ और तकनीकी उपाय अपनाने की जरूरत होगी।
निष्कर्ष :
नरेंद्र मोदी का लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेना भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह न केवल भाजपा और एनडीए की ताकत को दर्शाता है, बल्कि देश के विकास और प्रगति के लिए एक नई उम्मीद भी जगाता है। किंजरापु राममोहन नायडू और डॉक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी जैसे युवा और उत्साही नेताओं का मंत्रिमंडल में शामिल होना भी इस नई सरकार की ताजगी और ऊर्जा को दर्शाता है। अब, सभी की निगाहें मोदी सरकार के आगामी कार्यकाल पर हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सरकार अपने वादों और योजनाओं को किस प्रकार से क्रियान्वित करती है।