उत्तर प्रदेश के शामली जिले की पुलिस ने जावेद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जावेद ने बकरीद के मौके पर पशु हत्या की तस्वीर व्हाट्सएप्प पर स्टेटस के रूप में पोस्ट की थी, जिससे हिन्दू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँची। इस तस्वीर के बाद हिमाचल प्रदेश स्थित जावेद की दुकान पर आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश :
डीएसपी श्रेष्ठा ठाकुर ने बताया कि जावेद ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की थी। पुलिस के संज्ञान में आते ही इस मामले में कार्रवाई शुरू की गई और अंततः जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया। जावेद के खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।
नाहन में भी दर्ज है मामला :
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के नाहन में पहले से ही जावेद के खिलाफ FIR दर्ज है। जावेद शामली का रहने वाला है लेकिन वहाँ कपड़े और कॉस्मेटिक्स की दुकान चलाता था। ईद-उल-अजहा के मौके पर जलालाबाद आए जावेद ने पशु की कुर्बानी के बाद उसकी तस्वीर व्हाट्सएप्प पर स्टेटस लगा दी, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया।
स्थानीय प्रतिक्रिया :
जलालाबाद के कोटला मोहल्ले के निवासी जावेद के अब्बा का नाम कल्लू कुरैशी है। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने नाहन स्थित जावेद की दुकान पर हमला कर दिया और दुकान का सामान फेंक दिया। शनिवार (22 जून, 2024) की देर रात यूपी पुलिस ने जावेद को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की प्रतिक्रिया :
शामली के पुलिस अधीक्षक अभिषेक ने बताया कि तस्वीर गाय की नहीं थी, लेकिन यह काफी वीभत्स थी। बघरा स्थित योग साधना आश्रम के महंत यशवीर महाराज ने चेताया था कि अगर 24 जून तक जावेद को गिरफ्तार नहीं किया गया तो 25 जून को उसके घर के बाहर हिन्दू महापंचायत होगी और उसकी गिरफ्तारी तक धरना प्रदर्शन चलेगा।
विवादास्पद प्रतिक्रियाएँ :
मोहम्मद ज़ुबैर ने जावेद की इस करतूत को सही ठहराया और उलटे आक्रोशित हिन्दुओं को ही नीचा दिखाने का प्रयास किया। इससे भी सांप्रदायिक तनाव बढ़ा और हालात और खराब हो गए।

