NCERT (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) ने 12वीं कक्षा के सिलेबस में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। "आजाद कश्मीर" की जगह अब "पाक अधिकृत कश्मीर (PoK)" पढ़ाया जाएगा और "इंडिया" की जगह "भारत" शब्द का प्रयोग किया जाएगा। यह परिवर्तन न केवल ऐतिहासिक दृष्टिकोण को सुधारने की दिशा में एक कदम है, बल्कि छात्रों के लिए सटीक और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने का भी प्रयास है।
परिवर्तन का कारण :
NCERT के अनुसार, इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य है छात्रों को सटीक और समकालीन जानकारी देना। "आजाद कश्मीर" एक विवादित और गलत नाम है, जो पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के उस हिस्से के लिए प्रयुक्त किया जाता है जिसे उसने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। इसे सही परिप्रेक्ष्य में "पाक अधिकृत कश्मीर (PoK)" कहना अधिक उपयुक्त है।
प्रभाव :
इस बदलाव से छात्रों को कश्मीर मुद्दे के ऐतिहासिक और राजनीतिक संदर्भ को समझने में मदद मिलेगी। इससे पहले, "आजाद कश्मीर" शब्द का उपयोग छात्रों में भ्रम पैदा कर सकता था और क्षेत्र की सटीक स्थिति को समझने में बाधा डाल सकता था।
पाठ्यपुस्तक में बदलाव :
नई पाठ्यपुस्तक में न केवल "आजाद कश्मीर" को "PoK" से बदला जाएगा, बल्कि "इंडिया" शब्द की जगह "भारत" का प्रयोग किया जाएगा। यह बदलाव राष्ट्रवाद और भारतीयता के प्रति छात्रों में गर्व की भावना को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
सरकार और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया :
केंद्र सरकार और कई शिक्षाविदों ने इस कदम की सराहना की है। उनका मानना है कि यह कदम न केवल छात्रों को सही जानकारी देगा, बल्कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता को भी मजबूत करेगा। कुछ आलोचकों का कहना है कि यह बदलाव राजनीतिक कारणों से प्रेरित हो सकता है, लेकिन अधिकांश विशेषज्ञ इसे सकारात्मक दिशा में उठाया गया कदम मानते हैं।
निष्कर्ष:
NCERT के इस बदलाव से न केवल 12वीं के छात्र सही और सटीक जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि यह बदलाव उनके मानसिक और बौद्धिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। "आजाद कश्मीर" की जगह "PoK" और "इंडिया" की जगह "भारत" का प्रयोग राष्ट्रीय गर्व और सही ऐतिहासिक जानकारी प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह बदलाव न केवल पाठ्यक्रम में ताजगी लाएगा, बल्कि छात्रों में राष्ट्रीय भावना को भी प्रबल करेगा।