घाघ कौन होता है? जो बहुत ही चतुराई से अपना एजेंडा चलाता है, जिसे पकड़ना हर किसी के बस की बात नहीं है। ये लोग बड़ी चतुराई से हिन्दुओं को आत्मघात के लिये उकसाते है! नेता के फ़ैसले आये नहीं कि मीनमेख निकालना शुरू और छाती ठोक कर कहते हम भाजपाई है! पार्टी के हितैषी होते तो मौन रहकर त्वरित प्रतिक्रिया नहीं करते जिससे विपक्षी मानसिकता वाले वोटर पर असर नहीं पड़ता।
"घाघ" वो होते है जो हिन्दुओं की भावुकता (सेंटीमेंट्स) का फायदा उठाते है। हिंदुत्व की बात करके बड़ी चतुराई से मोदी की बुराई करते है। हिंदुत्व और मोदी अलग है क्या? मेरे हिसाब से तो नहीं है। लेकिन घाघ लोग बड़ी चतुराई से इसे ऐसे कहेंगे, "मोदी से हिन्दू नहीं है, हिन्दू से मोदी है"... ये होती है घाघपंथी।
जिस मोदी ने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के एजेंडे को पूरा करने के लिये अपना घर परिवार सब छोड़ दिया है, 73 वर्ष के हो गए है लेकिन परिश्रम में रत्ती भर भी कमी नहीं, लगभग 25 साल से देश की सेवा कर रहे है लेकिन एक दिन भी छुट्टी नहीं ली, बेईमानी का कोई आरोप नहीं लगा सकता। हिन्दू उपासना पद्धति के प्रति मोदीजी का समर्पण भाव देखकर पहली बार हिन्दू होने पर गर्व हो रहा है। मोदीजी ने अपने हिंदुत्व के प्रति समर्पित आचरण से करोड़ों हिन्दुओं को यह एहसास करवाया की तुम हिन्दू हो फिर क्यों सूडो सेकुलरिज्म के ढोंग में अपनी आराधना विधि से समझौता कर रहे हो और आज तक जालीदार टोपी नहीं पहनी। कोई विदेशी मेहमान भारत आया तो उसको मंदिर ले गये, गंगा आरती दिखाने ले गये। हमेशा अपने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय वक्तव्यों में श्रीरामचरितमानस, भगवद गीता की चौपाइयों श्लोकों का उदाहरण देते है। अरब देश जाते है तो भगवदगीता, रामायण भेंट करते है। योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने वाले, कट्टर इस्लामिक राष्ट्र यूएई में मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने वाले मोदीजी से बड़ा हिंदूवादी कौन होगा?
सबसे बड़ी बात 25 साल से बिना थके बिना रुके राष्ट्रसेवा में अपना जीवन खपाने वाले मोदीजी बदले में क्या लेते है? अपनी सैलरी, अपनी कुल जमा पूंजी भी अपने नौकरों के बच्चो की पढ़ाई लिखाई के लिए दान करने वाले मोदीजी से बड़ा हिंदुत्ववादी कौन है? मोदीजी बोलते है, राजनीति से सन्यास लेने के बाद मुझे रहने के लिए एक कमरा ढूंढना पड़ेगा।दशकों राष्ट्र की सेवा में समर्पित करने के बाद भी मोदीजी सच में फकीर ही तो है।
ऐसे व्यक्ति के खिलाफ चारो तरफ से राष्ट्रद्रोही पूरी ताकत लगाकर तरह तरह के षड्यंत्र रच रहे है, टूलकिट बना रहे है। और खुद को राष्ट्रवादी/हिंदूवादी कहने वाले "घाघ" लोग भी मोदीजी के खिलाफ भावुक हिन्दुओं को भड़का रहे है और खुदको बड़का हिंदूवादी, हिन्दू हितैषी बता रहे है। लॉ एंड ऑर्डर राज्य का विषय है। राज्य सरकार (शासन/कुशासन) चुनने वाली जनता है। यदि विपक्ष के कुशासन में कुछ होता है तो मोदी जिम्मेदार है? नहीं! लेकिन "घाघ" पत्तलकार हिन्दू सेंटीमेंट्स की आड़ में सीधे मोदी का गला ही पकड़ेंगे।
पहले लगता था की ये लोग भटक गये है, आलोचना ही तो कर रहे है, क्षुब्ध है। लेकिन अब इनकी असलियत समझ आ रही है। क्या पता कांग्रेस ने जो टूलकिट भर्ती अभियान चलाया था, उसमे कौन कौन भर्ती हो गया है! मोदी सरकार की तरफ से तो कोई भाव मिला नहीं! मोदी भाजपा समर्थक हिन्दू व्यूअर्स, फॉलोअर्स को भ्रम में रखने के लिए एक दो प्रो भाजपा वीडियो/पोस्ट भी डालते रहेंगे और समय समय पर हिंदुत्व की आड़ में आलोचना के नाम पर मोदी, भाजपा विरोधी एजेंडा भी चलाएंगे!
ऐसे घाघ लोगों को पहचानने में मुझे देर नहीं लगती! मैने एक पैरामीटर बनाया है, जो मोदी की बुराई करे समझ जाओ कहीं न कहीं गड़बड़ अवश्य है! विपक्षियों के राजनेताओं को देखो और मोदी से तुलना करो, तब समझ आएगा कि कौन ईमानदारी से राष्ट्र के लिए पूर्ण समर्पित है… राष्ट्र के साथ धर्म।