Default Image

Months format

View all

Load More

Related Posts Widget

Article Navigation

Contact Us Form

404

Sorry, the page you were looking for in this blog does not exist. Back Home

Ads Area

एक सरकार दो राज्य लेकिन संवेदना अलग क्यूं ? हर्ष राज को इंसाफ कब ?

सागर में राजेंद्र अहिरवार की हत्या : मध्य प्रदेश के सागर जिले में दलित युवक राजेंद्र अहिरवार की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, और टंटु कुरैशी जैसे आरोपियों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। शनिवार को हुई इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और 8 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया।

मुख्यमंत्री का दौरा और सहायता :
सीएम मोहन यादव ने अपने दौरे के दौरान पीड़ित परिवार को संबल देते हुए कहा कि सरकार इस मुश्किल समय में उनके साथ है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी और न्याय की प्रक्रिया तेज की जाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से परिवार को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन समाज में फैली असुरक्षा की भावना को खत्म करने के लिए अधिक प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।

पटना में हर्ष राज की हत्या :
बिहार के पटना में हर्ष राज नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने भी राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर्ष राज के परिवार को भी गहरा धक्का लगा है, लेकिन अब तक राज्य सरकार की ओर से कोई मंत्री या उच्च अधिकारी परिवार से मिलने नहीं पहुंचा है।

परिवार को समर्थन और सहायता की कमी :
पटना में हुई इस घटना के बाद सरकार के किसी अंग ने अभी तक गरीब परिवार को आर्थिक मदद देने की पेशकश नहीं की है। हर्ष राज के परिवार को न तो किसी मंत्री ने संबल दिया और न ही कोई आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। यह स्थिति यह सवाल खड़ा करती है कि एक राज्य में सरकार इतनी तत्परता से सहायता प्रदान करती है, जबकि दूसरे राज्य में ऐसा क्यों नहीं हो रहा है?

सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
1.असमानता और अन्याय
दोनों हत्याओं के मामले में एक बड़ा सवाल यह है कि आखिर ऐसा भेदभाव क्यों हो रहा है? क्यों एक राज्य में मुख्यमंत्री खुद दौरा कर सहायता का ऐलान करते हैं, जबकि दूसरे राज्य में ऐसा कुछ नहीं होता? यह असमानता न केवल सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि जनता के बीच असुरक्षा और असंतोष भी बढ़ाती है।

2.प्रशासनिक जिम्मेदारी
हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और किसी भी आपराधिक घटना के बाद पीड़ित परिवार को न्याय और सहायता प्रदान करे। पटना में हर्ष राज की हत्या के बाद सरकार की उदासीनता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार को चाहिए कि वह तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे और पीड़ित परिवार को सहायता प्रदान करे।

हमारा निष्कर्ष :
राजेंद्र अहिरवार और हर्ष राज दोनों ही निर्दोष युवा थे जिनकी निर्मम हत्या ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार करे और किसी भी प्रकार के अन्याय के खिलाफ सख्त कदम उठाए। दोनों घटनाओं के बाद सरकार की कार्रवाई में दिख रही असमानता को दूर करने की आवश्यकता है ताकि हर नागरिक को न्याय मिल सके।