केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि "अभी तो केवल शराब घोटाले की जांच हुई है, अभी तो कई घोटाले की जांच होनी बाकी है।" शाह के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं किन-किन घोटालों की चर्चा हो रही है।
शीशमहल घोटाला: 125 करोड़ का आरोप :
अमित शाह ने 125 करोड़ रुपये के शीशमहल घोटाले का आरोप लगाया है। यह आरोप मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास के निर्माण में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। शाह के अनुसार, इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर धन की हेराफेरी हुई है।
शराब घोटाला: 2,875 करोड़ का मुद्दा :
शराब नीति में अनियमितताओं को लेकर 2,875 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला सबसे पहले सामने आया था। इस मामले की जांच अभी भी जारी है और कई प्रमुख नेता और अधिकारी जांच के घेरे में हैं।
लैब एक्स-रे घोटाला: 4 हजार करोड़ की धांधली :
अमित शाह ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे लैब और एक्स-रे सुविधाओं में 4 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। यह मामला सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार से जुड़ा है।
क्लास रूम निर्माण घोटाला: 5 हजार करोड़ का कथित घोटाला :
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लास रूम के निर्माण में 5 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप भी अमित शाह ने लगाया है। शाह का दावा है कि इस परियोजना में बड़े पैमाने पर फंड की गड़बड़ी की गई है।
बस खरीदी घोटाला: 1 हजार करोड़ की अनियमितता :
दिल्ली सरकार द्वारा बसों की खरीदी में 1 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। यह आरोप बसों की खरीद में की गई कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार से संबंधित है।
जल बोर्ड घोटाला: 78 हजार करोड़ का मसला :
अमित शाह ने दिल्ली जल बोर्ड में 78 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। यह घोटाला पानी की आपूर्ति और सीवरेज परियोजनाओं में धन की हेराफेरी से जुड़ा है।
नकली दवाइयों का घोटाला: 1 हजार करोड़ का सवाल :
दिल्ली में नकली दवाइयों के कारोबार में 1 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप भी लगाया गया है। यह मामला स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और जनता की जान से खिलवाड़ से जुड़ा है।
गाड़ियों में पैनिक बटन घोटाला: 1,850 करोड़ का आरोप :
अमित शाह ने दिल्ली सरकार पर गाड़ियों में पैनिक बटन लगाने के प्रोजेक्ट में 1,850 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप भी लगाया है। यह योजना महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू की गई थी, लेकिन इसमें भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गई हैं।
निष्कर्ष :
अमित शाह द्वारा लगाए गए ये सभी आरोप अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। इन घोटालों की जांच और परिणाम दिल्ली की राजनीति पर गहरा असर डाल सकते हैं। अब देखना यह है कि इन आरोपों की सच्चाई कितनी है और आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।