वाह स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में वही बात कह दी, जो बीबीसी, न्यूयॉर्क टाइम्स और दुनिया भर के भारत विरोधी वामपंथी सुनना चाहते हैं -
- अविमुक्तेश्वरानंद जी के अनुसार नरेन्द्र मोदी ने सेकुलर भारत के संविधान की शपथ ली है, इसलिए वे राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा जैसा धार्मिक अनुष्ठान नहीं कर सकते।
अविमुक्तेश्वरानंद जी आपके बयानों से अब आप शंकराचार्य नही बल्कि कांग्रेसाचार्य लग रहे है अतः आपके बयान पढ़ कर मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ और लोगों को भी इनकी कही बातों को गौर से समझने की जरूरत है। ये खुद अभी पूर्णतः शंकराचार्य नहीं हैं इनका केस उच्चतम न्यायालय में लंबित है।
इनका इतिहास भाजपा और मोदी विरोध से भरा पड़ा है और ये सेक्युलरिज्म के मार्ग पर चलने वाले कांग्रेसाचार्य जी हैं।