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स्कूल में मुस्लिम समुदाय द्वारा जबरन प्रार्थना रोकने की कोशिश की गई

गुजरात से एक घटना सामने आ रही है जहां 1 प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जबरन प्रार्थना बंद करवाई गई है। इस मामले में विद्यालय के एक शिक्षक ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत भी दर्ज की है। आपको बता दें कि मुस्लिमों ने स्कूल के शिक्षकों को रोजाना 20 मिनट के प्रार्थना सत्र को बंद करने की धमकी दी है। यह घटना 23 जनवरी की बताई जा रही है जो ढोंढियावाडी के पालनपुर स्थित कोठारी प्राथमिक विद्यालय की है। 


150 छात्र मुस्लिम समुदाय के हैं :
आपको बता दें कि शिक्षक ने अपनी शिकायत में बताया है कि, "कुछ असामाजिक तत्व स्कूल में जबरन घुस आए और प्रार्थना बंद करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।"  विद्यालय में 500 से अधिक छात्र पढ़ते हैं जिसमें तकरीबन 150 छात्र मुस्लिम समुदाय के हैं। विद्यालय में 16 शिक्षक रखे गए हैं। विद्यालय के ही 1 शिक्षक महेश भाई सोलंकी ने बताया है कि, "प्रतिदिन छात्र 20 मिनट मंत्रों के उच्चारण के साथ प्रार्थना करते हैं, प्रश्नोत्तरी आदि सहित अन्य गतिविधियां भी होती है। भीड़ प्रार्थना के समय आई और शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करने लगी। उन्होंने प्रार्थना बंद करने की मांग की, जिससे छात्र डर गए। "

आपको बता दें कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को इस घटना की लिखित शिकायत दे दी है। स्कूल द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के अनुसार इलाके में रहने वाले निवासियों को हर सुबह होने वाली प्रार्थना पसंद नहीं है। ये लोग स्कूल में समस्या पैदा कर प्रार्थना बंद करने की मांग करते हैं। 

पहले भी प्रार्थना रोकने की कोशिश की गई है :
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मुस्लिमों द्वारा किसी विद्यालय में जबरन प्रार्थना रोकने की कोशिश की गई हो। इससे पहले भी 2017 में मकतमपुरा के एक मुस्लिम नेता हाजी असरबेग मिर्जा ने सीबीएसई को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई थी की स्कूल में मुस्लिम छात्रों को प्रार्थना के दौरान गायत्री मंत्र का पाठ करने के लिए मजबूर किया जाता है। इसके अलावा उसने दावा किया था कि ईद जैसे मुस्लिम त्यौहार स्कूल में नहीं मनाया जाता। हालांकि इन आरोपों पर उस वक्त स्कूल ने इनकार किया था और कहा था कि मुस्लिम छात्र प्रार्थना से दूर रहने के लिए स्वतंत्र है।