हिंदुस्तान में घुसपैठियों की कमी नहीं है यहां लाखों नहीं करोड़ों की संख्या में ऐसे लोग हैं जो गलत तरीके से झूठी पहचान बनाकर बसर कर रहे हैं। अब इसी मामले पर असम सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 68 विदेशियों को चिन्हित करके ट्रांजिट कैंप में भेज दिया है। आपको बता दें सरकार द्वारा यह कारवाही 27 जनवरी 2023 को की गई।
नए ट्रांजिट कैंप कैंप के निर्माण का उद्देश्य क्या है :
गौरतलब है कि घुसपैठियों के लिए ने ट्रांजिट कैंप का निर्माण किया गया है, जो गोलपारा जिले के मटिया इलाके में स्थित है। आपको बता दें कि इसका निर्माण केंद्र सरकार के निर्देश पर असम के 6 अलग-अलग ट्रांजिट कैंप में रखे गए घुसपैठियों को एक जगह करने के लिए हुआ है। आपको बता दें कि जिस ट्रांजिट कैंप में सभी विदेशी घुसपैठिए रखे गए हैं उसकी कुल क्षमता 3000 लोगों की है। बताया जा रहा है कि इस कैंप को पहले ही शुरू किया जाना था लेकिन स्टाफ की नियुक्ति में देरी के कारन यह कैंप देरी से शुरू हुआ।
ट्रांजिट कैंप लगभग 2:5 हेक्टेयर में फैला हुआ है :
आपको बता दें यह ट्रांजिट कैंप लगभग 2:5 हेक्टेयर में फैला हुआ है जहां पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग सेल बने हुए हैं। इस ट्रांजिट कैंप में सरकार ने घुसपैठियों के लिए स्कूल व अस्पताल का भी निर्माण किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असम में जो छह अलग-अलग ट्रांजिट कैंप थे वहां कुल 1000 घुसपैठियों को रखा गया था, जिनको अब एक ट्रांजिट कैंप में लाया जाएगा। आपको बता दें इस ट्रांजिट कैंप में न सिर्फ एजेंसियों द्वारा पकड़े गए घुसपैठिए रखे जाएंगे बल्कि इस जगह विदेशी घुसपैठियों को भी रखा जाएगा जो वीजा उलंघन नियमों में दोषी साबित होंगे।

