कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद देश भर में फैलता जा रहा है और मुस्लिम कट्टरपंथी इसे सुनहरे मौके के रूप में ले रहे हैं। आपको बता दे की मुस्लिम छात्राओं के समर्थन में उत्तर प्रदेश AMU और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की आलिया यूनिवर्सिटी द्वारा रैली निकाली जा रही। माहौल बिगाड़ने के लिए अल्लाह-हू-अकबर जैसे नारे लगाकर बहुसंख्यकों को उकसाने की भी कोशिश की जा रही है।
AMU में प्रदर्शन :
AMU के छात्र-छात्राओं ने हिजाब के समर्थन में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। बुधवार को प्रदर्शनकारी विश्वविद्यालय के डक प्वॉइंट से बाबा सैयद गेट तक जा रहे थे, लेकिन यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। यूनिवर्सिटी के छात्र नेता आरिफ त्यागी ने कहा कि हिजाब के समर्थन में 12 फरवरी को बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आरिफ धमकी भरे अंदाज में कहा की, "हम इस प्रोटेस्ट की आवाज पूरे भारत ही नहीं इस देश के बाहर भी जाएगी।" आरिफ इतने पर ही नहीं होगा उसने आगे कहा कि, "अगर हमारे इस्लाम पर बात आएगी तो यकीनन हम जवाब देंगे, चाहे इसके लिए हमे ईट की जगह हमें पत्थर से जवाब देना ही क्यों ना पड़े। अगर जरूरी हुआ तो हम ऐसा भी करेंगे"। साथी आरिफ ने कहा कि, "छात्राओं को क्लास रूम में हिजाब पहनने से रोकना उन छात्राओं का अपमान है जिससे हमारा खून खौल रहा है।
कोलकाता भी पीछे नहीं :
वहीं अगर हम बात करें कोलकाता की बात करे तो यहां पर आलिया यूनिवर्सिटी के लगभग 500 मुस्लिम छात्र और छात्राओं ने हिजाब के समर्थन में पार्क सर्कस एरिया में प्रदर्शन किया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रदर्शन में अधिकतर प्रदर्शनकारियों ने हिजाब पहन रखा था। इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हिजाब उनके मजहब का हिस्सा है और भारत का संविधान हर एक नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता की अनुमति देता है, इसलिए विद्यालयों में हिजाब पर रोक गलत है। इनका आरोप है कि दक्षिणपंथी ताकतें चाहती है कि बिना हिजाब के लड़कियां मध्ययुग में वापस चली जाए।
शिमोगा में 2 घायल :
अगर आपको पता हो तो कर्नाटक के उडुपी में जनवरी से शुरू हुआ यह रायता अब देश के अन्य राज्यों में भी फैल गया है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि लगातार अलग-अलग राज्यों से मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही है। कर्नाटक की ही बात करें तो, शिमोगा में हिजाब के समर्थन में और हिजाब के विरोध में दो गुट आपस में भिड़ गए जिसमें कुछ उपद्रवियों ने भगवा पहने लड़कों पर और औरतों पर पत्थर से हमला किया जिसमें 2 लोगों की घायल होने की भी खबर है।
अब इलांके में धारा 144
पत्थरबाजी शुरू होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन कर रहे जगह से खदेड़ा जिसके बाद स्कूल और कॉलेजों के इलाके में धारा 144 लागू करते हुए शिक्षण संस्थानों को 3 दिन के लिए बंद कर दिया आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जहां एक तरफ से इस मामले में शुक्राणु बैंक बेवजह इस मामले को लेकर पूरे भारत में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं वही इस मुहिम को बाहरी विदेशी ताकतों का समर्थन मिल रहा है।