आपको बता दें कि तालिबानी आतंकियों ने पूरे अफगानिस्तान में अपने आतंक का तांडव मचा रखा है और इसमें इनकी मदद कर रहा है पाकिस्तान जोकि आतंक का गढ़ माना जाता है। अब वही तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान के सबसे बड़े शहर और वहां की राजधानी काबुल में भी दस्तक दे चुका है। मंगलवार 3 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अलग - अलग हिस्सों से गोलीबारी और बम ब्लास्ट की खबरें आई। आपको बता दें कि शहर के उस ग्रीन जोन में भी यह सब हुआ जो अफगानिस्तान के दृष्टिकोण से सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है, क्योंकि अफगानिस्तान के अधिकतर नेताओं तथा अधिकारियों का निवास स्थान यही है, वही कई विदेशी राजनयिक भी यहीं रहते हैं।
रक्षा मंत्री के घर के बाहर आतंकियों द्वारा किया गया ब्लास्ट :
तालिबान लगातार अफगानिस्तान में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए अफगानिस्तान के अलग-अलग जगहों पर हमला कर रहा है और अब यही हमले की आग अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री तक पहुंच गई है। गौरतलब है कि बीते दिन तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसके लिए कार् बम का इस्तेमाल किया गया। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री के घर के बाहर यह बम ब्लास्ट हुआ। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री के घर के बगल में ही एक अन्य सांसद का घर है, हालांकि इस आत्मघाती कायराना हमले में किसी नेतागण को क्षति नहीं पहुंची। वही कार्यकारी रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी ने इस घटना पर जानकारी देते हुए बताया है कि, "कुछ सुरक्षा गार्ड घायल हुए हैं लेकिन वह और उनके परिवार सुरक्षित है"।
इस घटना में अफगानी सेना ने तीन आतंकियों को भी मार गिराया :
अब तक की मिल रही जानकारी के अनुसार इस घटना में आतंकियों ने बम ब्लास्ट से पहले कुछ बंदूकधारी उस क्षेत्र में भेजे थे, जिसके बाद अफगानिस्तान की पुलिस तथा सुरक्षा बलों ने साथ मिलकर एक जॉइंट क्लीनअप ऑपरेशन चलाया और सभी आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन में तीन आतंकियों के मारे जाने की खबर है, वही रक्षा मंत्री के घर व गेस्ट हाउसेज की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सुरक्षाबलों द्वारा बंद कर दिया गया है। आतंकियों के मारे जाने के कुछ ही देर बाद फिर से उसी क्षेत्र में कुछ और आतंकी घुस आए और गोलीबारी करने लगे और इसी के बाद रक्षा मंत्री के घर के बाहर बम ब्लास्ट को अंजाम दिया गया। इस कायराना हमले में पुलिस तथा सुरक्षा बलों द्वारा सैकड़ों स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
सेना द्वारा पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है :
आपको बता दें कि अभी भी इस इलाके में सुरक्षाबलों द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और इलाके में मौजूद हर एक घर की तलाशी ली जा रही है क्योंकि सेना को अंदेशा है कि अब भी कुछ आतंकी छिपे हो सकते हैं। इस हमले में तकरीबन 10 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें सेना द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया है। हैरानी वाली बात यह है कि अब तक तालिबान ने अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री के घर के बाहर हुई ब्लास्ट तथा गोलीबारी की जिम्मेदारी नहीं है। लेकिन इसे तालिबान की ही हरकत माना जा रहा है, क्योंकि जब से अमेरिका अपनी सेना को अफगानिस्तान से वापस बुलाया है तब से तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमाना चाहते हैं और इसी आतंकी संगठन की तरफ से लगातार अफगानिस्तान के अलग-अलग जगहों पर मासूमों को मारा जा रहा है और आतंक की नई कहानी लिखी जा रही है।
अफगानिस्तान के रिंग ऑफ स्टील पर ये हमला है :
अगर हम हमले की जगह की बात करें तो यह अफगानिस्तान के केंद्र पर हमला हुआ है, काबुल अफगानिस्तान का दिल भी कहा जाता है और इसे रिंग ऑफ स्टील के नाम से भी पुकारा जाता है। साथ ही यहां कई चेकपॉइंट्स है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जहां आतंकियों द्वारा बम ब्लास्ट किया गया वहां से कुछ ही दूरी पर एक चेकप्वाइंट है। अमेरिका ने इस घटना पर इसे तालिबान की करतूत बताते हुए कहा है कि, "अफ़गानिस्तान सिविल वार की तरफ जा रहा है जो की चिंता का विषय है"। वहीं स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि तालिबान दोहा में हुए समझौते का उल्लंघन कर रहा है।
ब्लास्ट एक वीडियो भी वायरल हुआ है :
आपको बता दें कि काबुल में जब पहला ब्लास्ट हुआ तब वहां के स्थानीय लोग आसपास के रेस्टोरेंट में खाने के लिए इकट्ठा हुए थे, इसी में से एक रेस्टोरेंट का वीडियो भी वायरल हुआ है, जहां धमाके की आवाज सुनने के बाद लोग खिड़कियो की तरफ भागते नजर आए। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बिना खाया हुआ भोजन टेबल पर पड़ा है। गौरतलब है कि काबुल के कमर्शियल इलाके ‘शहर-ए-नव’ में अफरा-तफरी मच गई जब यह बम ब्लास्ट अंजाम दिया गया। आतंकियों द्वारा किए गए इस कायराना हमले के बाद स्थानीय लोगों ने घर से बाहर निकल कर सेना के समर्थन में अल्लाह हू अकबर के नारे भी लगाए।
« Residents of Kabul chanted ‘Allahu Akbar’ in various parts of the city and expressed their support for the Afghan security forces. » https://t.co/qX1JyfrXEf
— Chris Alexander (@calxandr) August 3, 2021
कौन है बिस्मिल्लाह मोहम्मदी :
अगर हम अफगानिस्तान के कार्यकारी रक्षा मंत्री की बात करें जिनको इस हमले में निशाना बनाने की कोशिश की गई है तो बिस्मिल्लाह मोहम्मदी कार्यकारी रक्षा मंत्री बनने से पहले एक वरिष्ठ कमांडर और अफगान सेना के मुखिया भी रह चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 20 साल पहले जब अंतरराष्ट्रीय सेनाएं अफगानिस्तान में आई उससे पहले बिस्मिल्लाह मोहम्मदी कमांडर हुआ करते थे और उन्होंने 90 के दशक में तालिबान से लड़ाई भी लड़ी ह साथ ही साथ ये रूस के मुहाजिदीन आतंकियों से भी युद्ध कर चुके हैं। वहीं अफगानिस्तान सेना की कार्रवाई में अब तक 375 तालिबानी आतंकी मारे जा चुके हैं और 193 घायल हुए हैं।