अगर आपको याद हो तो बीते कुछ दिनों पहले माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की तरफ से खेल रत्न पुरस्कार जो कि पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से पुकारा जाता था, उसका नामकरण करते हुए हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया था। सरकार के इस फैसले का कांग्रेस तथा शिवसेना ने खुलकर तो नहीं लेकिन विरोध किया था। अब इसी मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजीव गांधी के सम्मान में खुलकर उतर आए हैं।गौरतलब है कि महाराष्ट्र की "महा विकास आघाड़ी सरकार" ने "इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी" क्षेत्र में "राजीव गांधी" के नाम पर अवार्ड देने की घोषणा की है।
यह अवार्ड हर साल 20 अगस्त को दिया जाएगा:
आपको बता दें कि बीते दिन मंगलवार 10 अगस्त को शिवसेना की तरफ से घोषणा की गई कि आईटी क्षेत्र के संगठनों को राजीव गांधी के नाम पर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। ये अवॉर्ड उन संस्थाओं को दिया जाएगा जो टेक्नोलॉजी की मदद से समाज में बदलाव के लिए कार्य में सबसे अव्वल रहे हैं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र की "महा विकास आघाड़ी सरकार" द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक 1984 से 1989 में तब के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी ने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की क्षेत्र में काफी प्रोत्साहन दिया था, इसलिए उनके नाम पर इस अवॉर्ड की घोषणा की गई है। यह अवार्ड हर साल 20 अगस्त को दिया जाएगा। आपको बता दे कि 20 अगस्त को ही राजीव गांधी की जयंती भी मनाई जाती है।
ट्विटर के जरिए महाराष्ट्र सरकार के आईटी मिनिस्टर ने इस बात की जानकारी दी :
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री सतेज पाटिल ने ट्वीटर ट्विटर के जरिए घोषणा की है कि आईटी सेक्टर को बढ़ावा देने वाले राजीव गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में इस अवॉर्ड की घोषणा की गई है। बता दें कि महाराष्ट्र में अभी तीन पार्टियों की मिली जुली सरकार है जिसमें कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी शामिल है। वहीं अगर हम इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री सतेज पाटील की बात करें तो यह कांग्रेस के नेता हैं और शायद इसीलिए ये फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र में इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर द्वारा लिए गए इस फैसले के लिए टि्वटर यूजर्स ने महाराष्ट्र सरकार को ट्रोल भी किया है।
ट्विटर पर महाराष्ट्र सरकार की उड़ रही है खिल्ली :
ट्विटर पर एक ट्विटर यूजर ने तो महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद महाराष्ट्र का नाम बदलकर राजीव प्रदेश करने की सलाह दे दी। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि जावा, ओरेकल, क्लाउड सर्विसेज और माइक्रोसॉफ्ट के नाम बदलकर राजीव गांधी के नाम पर रख देनी चाहिए। गौरतलब है कि शिवसेना के मुखपत्र पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को राजनीतिक एजेंडा बता चुका है। शिवसेना पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा था कि, "राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलना ठीक है किंतु राजीव गांधी को अपमानित किए बिना भी मेजर ध्यानचंद को सम्मान दिया जा सकता था"