नमस्कार दोस्तों फिर से एक बार स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों एक तरफ तो भी विपक्ष एक तरफ संविधान की बात करता है वहीं दूसरी तरफ हर वह घटिया हरकत करता है जो देश को ही नहीं बल्कि हमारे संविधान को भी शर्मिंदा करती है। इसी कड़ी में त्रिमूल कांग्रेस के एक नेता हैं जिनका नाम है सांतनु सेन, जिन्होंने बीते दिन राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीन कर उसे फार दिया था और हवा में फेंक दिया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय मंत्री वैष्णव राज्यसभा में पेगासस जासूसी करने संबंधी मामले में विपक्ष के आरोपों पर बयान दे रहे थे। मामले में राज्यसभा में सरकार ने सांतनु सेन को सदन की बाकी कार्यवाही से बाहर रखने के लिए प्रस्ताव पेश किया था जिस पर सभापति ने कार्रवाई करते हुए टीएमसी नेता सांतनु सेन को सस्पेंड कर दिया है, शांतनु सेन अब मॉनसून सत्र की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. सस्पेंशन के बाद राज्यसभा के सभापति ने उन्हें बाहर जाने के लिए कहा.
पहले भी अपनी चोरी चमारी के लिए चर्चा में रहे है शांतनु :
शांतनु सेन वही नेता हैं जिन पर 2019 में उत्तर कोलकाता की एक प्रमोटर ने आरोप लगाया था कि सांतनु सेन कट मनी लेते रहे हैं, जिसमें कहा गया था कि सांतनु सेन जब काउंसलर थे तब से इलाके में कट मनी वसूलते रहे थे। अगर आपको याद हो तो 2019 में ही ममता बनर्जी ने सार्वजनिक तौर पर अपील की थी कि जो लोग कट मनी लेते रहे हैं वह टीएमसी नेता कट मनी वापस करें। इसी मुद्दे के बाद प्रमोटर सुमन चौधरी ने सांतनु सेन पर आरोप लगाया था जो कि उस वक्त का एक बहुचर्चित खबर बना था।