जहां एक तरफ हमारा देश कोरिन वो दूसरी महामारी से जूझ रहा है वहीं, दूसरी तरफ लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलओसी पर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अभी तक की मिल रही जानकारी के अनुसार चीन ने पूर्वी लद्दाख में एक बार फिर से अपनी तैनाती बढ़ा दी है और साथ ही साथ हाल ही में भारतीय सीमा के करीब चीन ने युद्ध अभ्यास भी किया है, जिसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसी पूरी तरह से चौकड़ी हो गई है। आपको बता दें कि चीनी वायुसेना के 20 से अधिक लड़ाकू विमानों ने भारत के पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के सामने युद्ध अभ्यास में हिस्सा लिया। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह अभ्यास उसी एयरबेस से किया गया जहां से पिछले वर्ष पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों ने अपने जवानों को साड़ी मदद पहुंचाई थी।
भारत की क्या है तैयारी :
चीन द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद भारत ने भी अपनी तैयारियों को उच्च स्तर पर बनाए रखने के लिए उत्तरी सीमा में अपने सबसे घातक लड़ाकू विमान राफेल को सक्रिय कर दिया है। भारत ने अपनी नजर लद्दाख के सामने चीनी सीमा में स्थित काशगर, होतान, नगारी गुन्सा, शिगात्से, ल्हासा गोंगकर, न्यिंगची और चमडो पंगटा एयरबेस पर सक्रिय कर दी है। चीनी सीमा पर अपनी पैनी नजर रखने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी उपग्रहों का भी इस्तेमाल कर रही है और चीनी सैनिकों की गतिविधियों की पल-पल की खबर ली जा रही है।
वहीं अगर भारतीय वायु सेना की बात करें तो भारतीय लड़ाकू विमान भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर पूरी दमखम के साथ अभ्यास करते हुए दिखाई दिए हैं।