रूस में फंसे भारतीयों को लेने जा रही एयर इंडिया की AI-1945 फ्लाइट को आधे रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा क्योंकि बाद में मालूम हुआ कि फ्लाइट के पायलट की टेस्ट रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है. जिसके बाद एयर इंडिया की AI-1945 फ्लाइट के रूस पहुंचने से पहले ही उसे बीच रास्ते से वापस आना पड़ा.बता दें कि ये फ्लाइट 'वंदे भारत मिशन' के तहत कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी की वजह से रूस में फंसे भारतीयों को वापस लेने के लिए नई दिल्ली से रूस की राजधानी मास्को जा रही थी. इस वक्त नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर AI-1945 फ्लाइट को सैनिटाइज किया जा रहा है.
वंदे भारत मिशन के तहत दुनिया भर में फंसे भारतीयों को भारत लाना है :-
बीते बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करके जानकारी दी कि 'वंदे भारत मिशन' के पहले चरण में दुनियाभर के अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों को वापस स्वदेश लाया गया. पहले चरण में यूके, अमेरिका, बांग्लादेश, मध्य-पूर्व, दक्षिण एशिया और अन्य देशों से 64 विमानों की सहायता से 13,750 लोगों भारतीयों को वापस लाया जा चुका है.
एयर इंडिया ने इसे बरी चूक बताई है :-
एयर इंडिया से जुड़े सूत्र ने इसे बड़ी चूक बताया है जो काम से ज्यादा प्रेशर के चक्कर में हुई। वह बताते हैं कि रोजाना करीब 300 क्रू मेंबर की टेस्टिंग हो रही है। इनका रिजल्ट एक्सल शीट में लिखकर आता है। उसी में यह चूक हो गई। बिना यात्रियों की यह फ्लाइट शनिवार सुबह ही उड़ी थी। फ्लाइट को दो घंटे बीत चुके थे, तब रिपोर्ट रिजल्ट को क्रॉस चेक किया जा रहा था तब पता चला कि पायलट कोरोना पॉजिटिव था। लेकिन इस मामले को छिपाने की जगह एयर इंडिआ ने सीधा पायलट से संपर्क किया और वापस आने को कहा।
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