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मोदी जी ने गंभीर को लिखा पत्र, जाने क्या कहा मोदी जी गंभीर से .

नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तो आज हम बात करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के बारे में जिन्होंने हाल में ही भारतीय क्रिकेट टीम से संन्यास लिया है और उसी उपलक्ष्य में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गौतम गंभीर को एक पत्र लिखा, तो आज हमारे चर्चा का विषय यही रहेगा कि आखिर क्या लिखा मोदी जी ने गौतम गंभीर को .


क्या है मामला :
प्रधानमंत्री ने  पत्र की शुरुआती पंक्तियों में गौतम गंभीर को लिखा कि मैं भारतीय खेलों में आपके योगदान के लिए बधाई देने के साथ शुरुआत करना चहूंगा. आपके यादगार प्रदर्शनों के लिये भारत हमेशा आभारी रहेगा. इसमें कई ऐसे प्रदर्शन थे जिसने देश को ऐतिहासिक जीत दिलायी.
तो वही गंभीर ने मोदी जी  के इस पत्र को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए लिखा, इन शब्दों के लिए शुक्रिया. यह देशवासियों के समर्थन और प्यार के बिना संभव नहीं होता. मेरी सभी उपलब्धि देश के नाम.गंभीर ने इस पोस्ट में मोदी और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग भी किया.


क्या कहा मोदी जी ने :
प्रधानमंत्री ने खेल के प्रति गंभीर के जूनून की तारीफ की और लिखा की मुझे यकीन है कि अपकी यात्रा उतार-चढ़ाव से भरी रही होगी लेकिन आपने समर्पण और दृढ़ता से देश के लिए खेलना सुनिश्चित किया. आप कम समय में ही एक भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज के रूप में उभरे, जो अक्सर टीम को शानदार शुरूआत दिलाता था.आपको हम बताना चाहेंगे की क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 10,000 से अधिक रन बनाने वाले इस 37 वर्षीय बल्लेबाज ने पिछले सप्ताह अपना आखिरी रणजी मैच खेल क्रिकेट से संन्यास लिया था. वह देश से जुडे विभिन्न मुद्दों पर बेबकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते थे.


राजनीति से जुड़ सकते है गंभीर :
मोदी ने आगे पत्र में लिखा कि, जिस दृढ़ता और स्पष्टता से आपने अपनी बात रखी खासकर भारत की एकता और अखंडता से जुड़े मुद्दों पर, उससे आप विभिन्न तबके के लोगों के चहेते बने.जब आपने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास की घोषणा की, तो आपके शुभचिंतक काफी निराश हो गये. लेकिन इस निर्णय से एक नहीं बल्कि आपके जीवन की कई दूसरी पारियां शुरू होगी. आपके पास अन्य पहलुओं पर काम का समय और अवसर होगा जिसके लिए पहले आपको समय नहीं मिल रहा था.ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि गंभीर संन्यास के बाद राजनीति में हाथ आजमाएंगे लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया है.