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आगरा ताजमहल में 3 महिलाओं ने किया गंगाजल का छिड़काव.


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं तेजो महालय के बारे में जहां पर कुछ दिनों पहले जबरन नमाज अदा की गई थी और इस बार कुछ महिलाओं ने वहां पर पूजा अर्चना की है.





आगरा ताजमहल में 3 महिलाओं ने किया गंगाजल का छिड़काव.

क्या है मामला :
जी हां दोस्तों आपने सही सुना तेजो महालय में कुछ महिलाओं के पूजा करने का वीडियो सामने आने से सियासत गरमा गई है .दावा किया गया है कि वहां नमाज पढ़ी जाने वाली जगह पर 3 महिलाएं गंगाजल और पूजा का सामान लेकर पहुंची और उस जगह पर एक पात्र से गंगाजल निकाल कर छिड़कने लगी इस दौरान महिलाओं ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए. महिलाएं जब पूजा-अर्चना कर रही थी तब कुछ लोगों ने उनका वीडियो बना लिया इसके बाद महिलाएं वहां से बाहर निकलकर ताजमहल की मुख्य इमारत की तरफ गई और वहां भी गंगाजल का छिड़काव किया. महिलाएं ताजमहल की फर्श पर बैठ गई और वहां शिव जाप भी करने लगी.

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कुछ दिनों पहले भी कुछ मुस्लिमो ने जबरदस्ती की थी नमाज अदा :
पूजा करने वाली महिलाओं का दावा है कि ताजमहल प्राचीन शिव मंदिर है इसलिए उन्हें पूजा करने का अधिकार है .वहीं इस घटना का विरोध जताते हुए दूसरे पक्ष के लोगों ने तेजो महालय की सुरक्षा पर ही सवाल उठा दिए हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिनों पहले वहां पर कुछ मुस्लिम संगठन के दर्जनभर लोग जबरन मंगलवार को घुस गए थे और वहां पर नमाज अदा की थी .जबकि कोर्ट के आदेशानुसार मुस्लिमों को ताजमहल के अंदर सिर्फ शुक्रवार को 2 घंटे के लिए नमाज अदा करने की आज्ञा है और वह भी सिर्फ वहां के स्थानीय लोगों ही  ताजमहल के अंदर नमाज अदा कर सकते हैं.




ताजमहल तेजोमहालय है ना कि मकबरा :
इस घटना के बाद बजरंग दल ने भी तेजो महालय के अंदर पूजा अर्चना करने का ऐलान किया था जिसके बाद उन्होंने तेजो महालय के परिसर के अंदर जाकर पूजा की थी.अब यह नई खबर सामने आई है कि कुछ महिलाओं ने भी जाकर तेजो महालय के परिसर में गंगाजल का छिड़काव किया है तथा पूजा-अर्चना की है. अगर हम इतिहास की बात करें तो ताजमहल पहले तेजो महालय था जो कि एक शिव मंदिर है, जिसका निर्माण अंगड़िया ऋषियों ने करवाया था .जिसको बाद में शाहजहां ने मुमताज के लिए तोड़कर ताजमहल का रूप देकर उसको प्यार की निशानी बता दिया जबकि वह एक भगवान शिव का मंदिर है.




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