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फ्लॉप हुए आमिर नहीं चली ठग्स ऑफ हिंदुस्तान, पढ़े फिल्म की पूरी कहानी.



नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में, तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं आमिर खान तथा अमिताभ बच्चन की फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के बारे में जोकि दर्शकों के मापदंड पर शायद नहीं उतरी.
फ्लॉप हुए आमिर नहीं चली ठग्स ऑफ हिंदुस्तान, पढ़े फिल्म की पूरी कहानी.

दर्शकों के मापदंड पर नहीं उतरी फिल्म:
जी हां दोस्तों आपने सही सुना, यशराज बैनर के तले बनी मल्टीस्टारर फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान दिवाली के मौके पर 8 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी जिसमें अमिताभ बच्चन, आमिर खान, फातिमा सना शेख, कैटरीना कैफ और रोनित रॉय जैसे कई बड़ी बॉलीवुड सितारों ने काम किया है. ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के रिलीज के पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि यह फिल्म बीते बॉलीवुड की सारी फिल्मों की रिकॉर्ड को तोड़ देगी लेकिन रिलीज के बाद ठग्स ऑफ हिंदुस्तान दर्शकों के मापदंड पर कहीं भी खरी नहीं उतरी.विजय कृष्ण आचार्य द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी बहुत ही कमजोर बताई जा रही है जोकि दर्शकों के लिए काफी निराशाजनक है.




क्या है फिल्म की कहानी:
अगर इस फिल्म के बारे में बात करें तो ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की कहानी 1775 के उस दौर की कहानी है जब हमारे देश में अंग्रेजी हुकूमत का राज शुरू हो चुका था.यह दौर ऐसा था जब अंग्रेजो ने हमारे देश के कई राज्यों पर अपना कब्जा कर लिया था और जो राज्य बचे हुए थे वह उन पर कब्जा करने की तैयारी कर रहे थे.इसी बीच अंग्रेजों की नजर एक रियासत रौनकपुर पर पड़ती है  और अंग्रेज कमांडर जॉन क्लाइव धोखे से उस रियासत पर कब्जा कर लेता है. दरअसल यहां के राजा मिर्जा सिकंदर बेग (रॉनित रॉय)  अंग्रेजो के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक देते हैं, जो अंग्रेजों को बिल्कुल रास नहीं आता जिसके बाद अंग्रेजी अफसर क्लाइव धोखे से ना केवल मिर्जा साहब का राज पाठ हथिया लेता है बल्कि उनके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार देता है लेकिन राजा की बेटी जफिरा (फातिमा सना शेख) को राज्य का वफादार खुदा बख्श आजाद (अमिताभ बच्चन) बचा कर ले जाता है. इसके बाद फिल्म की पूरी कहानी केवल खुदा बख्श और जफिरा के बदले की कहानी के अंतर्गत ही दिखाई देती है. फिल्म में ट्विस्ट तब आती है जब  फिरंगी मल्ला (आमिर खान) की एंट्री होती है पर आमिर खान भी फिल्में अपनी कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाते हैं.




कैसा रहा कलाकारों का अभिनय:
फिल्म के दौरान दर्शकों को अमिताभ को आमिर खान के साथ देखना काफी पसंद आता है जो कि दर्शकों के लिए दिवाली के तोहफे से कम नहीं होता है. अगर अभिनय की बात की जाए तो अमिताभ बच्चन ने इस उम्र में शानदार एक्शन सीन वाला रोल किया है, पानी के जहाजों पर उनके लड़ाई के सीन जबरदस्त है . आमिर खान की अगर बात की जाए तो आमिर खान की अभिनय बीते फिल्मों की तरह नहीं दिखती है वह कई कड़ियों पर कमजोर दिखते हैं.फिल्म की एक्ट्रेस की बात की जाए तो दंगल के बाद फातिमा सना शेख के पास ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के रूप में एक बड़ा मौका था जिसे उन्होंने बखूबी निभाने की कोशिश की है, फिल्म में सना ने कई प्रभावी सींस किए हैं जिन्हें वह बेहतरीन तरीके से परफॉर्म करती हैं और वही कैटरीना कैफ सुरैया जान के बारे में बात की जाए तो बहुत ही कम सींस में नजर आती हैं जिसके बाद एक सवाल उठता है कि कैटरीना कैसे सुरैया जान का किरदार निभाने के लिए तैयार हो गई क्योंकि इस फिल्म में वह ना के बराबर दिखती है.




फिल्म के गाने भी नहीं है दमदार:
वही फिल्म की संगीत की बात की जाए तो ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के सभी गाने नॉर्मल हैं, यहां नार्मल कहने का मतलब साफ है कि उसे ज्यादा पसंद किया जाना पॉसिबल नहीं है.फिल्म के बाद आपको सिर्फ एक गाने याद रहेगा और वह है कैटरीना कैफ के ऊपर फिल्माया गया एक आइटम नंबर सुरैया जान ले लेगी क्या.फिल्म के डायरेक्टर विजय कृष्ण आचार्य ने अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट लिखने के लिए काफी मेहनत की है इसके बावजूद वह फिल्म को संभालने में सफल साबित नहीं हुए. अगर फिल्म डायरेक्शन की बात की जाए तो यह फिल्म धूम-3 से बहुत पीछे नजर आती है .विजय के बारे में बता दें कि वह यशराज बैनर के लिए बड़ी बजट फिल्में बनाते आ रहे हैं लेकिन हिट फिल्मों में अब तक सिर्फ धूम-3 ही है जो कि उनकी झोली में गिरी है.



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