ऑपरेशन सिंदूर में अग्निवीरों का शौर्य: आलोचकों को मिला करारा जवाब
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो हुआ, वह भारत के सैन्य इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। लगभग 3000 अग्निवीर – जिनकी उम्र मात्र 20 वर्ष के आसपास है – ने मोर्चा संभालते हुए महत्वपूर्ण हथियारों का संचालन किया और देश की सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभाई।
इन युवा योद्धाओं ने न केवल अपनी बहादुरी से मिशन को सफलता तक पहुँचाया, बल्कि उन सभी आलोचनाओं को भी करारा जवाब दिया जो अग्निवीर योजना को लेकर फैलाए जा रहे थे। याद करें, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस योजना का जमकर विरोध किया था, इसे असफल और युवाओं के साथ अन्याय बताने की कोशिश की गई थी।
लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने इन सभी झूठे प्रचारों को ध्वस्त कर दिया। अग्निवीरों ने दिखा दिया कि उनमें न केवल साहस और समर्पण है, बल्कि आधुनिक युद्ध कौशल और अनुशासन भी है। आज पूरा देश इन युवा रणबांकुरों पर गर्व कर रहा है।
यह सिर्फ एक सैन्य सफलता नहीं, बल्कि भारत के युवाओं की ताकत, निष्ठा और अटूट संकल्प का प्रमाण है।