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आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप, सीबीआई के चौंकाने वाले खुलासे :

सारांशकोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की रेप-हत्या के मामले में सीबीआई की जांच के दौरान कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सीबीआई ने कोर्ट में बताया कि ताला पुलिस थाने में रिकॉर्ड्स के साथ छेड़छाड़ की गई थी, और कुछ झूठे रिकॉर्ड तैयार किए गए थे। जाँच में पुलिस के सीसीटीवी फुटेज को जब्त किया गया है और फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है। साथ ही, आरोपितों के मोबाइल डेटा से अहम सबूत मिलने की संभावना जताई जा रही है। इस मामले में अब तक संजय रॉय, संदीप घोष और अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी हो चुकी है।

1. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुआ था चौंकाने वाला मामला
आपको याद हो तो कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर की रेप और हत्या का मामला सामने आया था, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था। यह घटना 9 अगस्त 2024 को घटित हुई थी, जिसमें डॉक्टर के साथ न केवल रेप किया गया, बल्कि उनकी हत्या भी कर दी गई थी। इस घटना के बाद ताला पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में काफी देर की गई थी। पुलिस ने रात 11:30 बजे जाकर एफआईआर दर्ज की थी, जबकि इस घटना की सूचना सुबह 10 बजे ही मिल गई थी। डॉक्टरों और अन्य संबंधित लोगों ने इस देरी को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया था।

2. सीबीआई की जांच में हुआ बड़ा खुलासा : सीबीआई ने कोर्ट में यह खुलासा किया कि ताला पुलिस थाने के रिकॉर्ड्स के साथ न केवल छेड़छाड़ की गई, बल्कि कुछ फर्जी रिकॉर्ड भी तैयार किए गए थे। सीबीआई को जांच के दौरान पुलिस थाने के कुछ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे, जिन्हें सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (सीएफएसएल) के पास भेज दिया गया है। सीबीआई का मानना है कि इन फुटेज और रिकॉर्ड्स से मामले में अहम सबूत मिल सकते हैं। जांच में यह भी पता चला कि आरोपितों ने मामले को भटकाने के लिए झूठी बातें रिकॉर्ड में डाली थीं।

3. अभियुक्तों से पूछताछ और पुलिस की भूमिका : सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि अभिजीत मंडल और संदीप घोष से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि उन्होंने मामले को अलग मोड़ देने के लिए कुछ झूठी बातें रिकॉर्ड में दर्ज की थीं। दोनों अभियुक्तों के मोबाइल फोन को भी डेटा निकालने के लिए सीएफएसएल भेजा गया है। सीबीआई को उम्मीद है कि इन मोबाइल डेटा और अन्य सबूतों से मामले की सच्चाई सामने आ सकती है। यह भी पता चला है कि पुलिस ने इस मामले में कुछ तथ्यों को छुपाने की कोशिश की थी, जिसके कारण जांच प्रभावित हो रही थी।

4. आरोपियों की गिरफ्तारी और पुलिस की जाँच : इस मामले में अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें संजय रॉय, संदीप घोष और अभिजीत मंडल शामिल हैं। पुलिस ने इन तीनों को साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पहले संजय रॉय की गिरफ्तारी हुई थी, जिसे सीसीटीवी फुटेज में घटना के कुछ समय बाद देखा गया था। इसके बाद थाना प्रभारी अभिजीत मंडल और संदीप घोष की गिरफ्तारी 14 और 15 सितंबर को हुई। पुलिस अब यह जाँच कर रही है कि कहीं ये तीनों मिलकर अपराध की साजिश तो नहीं कर रहे थे।

5. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुआ विरोध प्रदर्शन : आरजी कर मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर की इस रेप और हत्या के मामले ने स्थानीय निवासियों और डॉक्टरों में गुस्सा भर दिया। जैसे ही यह खबर फैली, सैकड़ों डॉक्टर और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग सड़कों पर उतर आए और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने इस मामले में न्याय की मांग की और कहा कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई है। मृतक डॉक्टर के परिजनों ने भी कहा कि उन्हें उनकी बेटी से बहुत देर से मिलने दिया गया, जिससे उनका शक और बढ़ गया है। 

6. पुलिस और सीबीआई के बीच तालमेल की कमी : सीबीआई की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि ताला पुलिस थाने के कुछ रिकॉर्ड्स और सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद सीबीआई ने इन फुटेज को जब्त किया और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब के पास भेज दिया। यह बात भी सामने आई है कि पुलिस ने इस मामले में देरी से कार्रवाई की थी, और एफआईआर दर्ज करने में घंटों की देरी की गई थी। इस वजह से सीबीआई ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।

7. न्याय की गुहार और जांच की दिशा : आरजी कर मेडिकल कॉलेज की इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, और सीबीआई लगातार अपनी जांच कर रही है। पुलिस और सीबीआई के बीच तालमेल की कमी ने इस मामले को और पेचीदा बना दिया है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि सीबीआई की जांच में और क्या खुलासे होते हैं और किस प्रकार से न्याय मिलेगा।