उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के केला डांडी गाँव में एक अवैध मस्जिद के निर्माण के कारण सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने सरकारी अनुमति के बिना मस्जिद का निर्माण शुरू किया, जिससे हिंदू समाज के लोग नाराज हो गए। इसके बाद विवाद बढ़ता गया, जब हिंदू समाज के कुछ लोगों ने मस्जिद की दीवार का एक हिस्सा गिरा दिया। विवाद के चलते गाँव में तनाव फैल गया, जिसके कारण पुलिस को भारी संख्या में तैनात किया गया। विधायक डॉ. एमपी आर्या भी इस मामले में शामिल हो गए और धरने पर बैठ गए। इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, और स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
2 समुदायों ने एक दूसरे पर जमकर की पत्थरबाजीबंद मकान की दीवर तोड़कर नमाज़ पढ़ने पर बवाल@_poojaLive @amitviews pic.twitter.com/LsKJOJjZJH
— News18 India (@News18India) September 28, 2024
अवैध मस्जिद निर्माण और सांप्रदायिक तनाव का प्रारंभ : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के केला डांडी गाँव में हाल ही में अवैध मस्जिद के निर्माण के कारण सांप्रदायिक तनाव फैल गया। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने बिना किसी सरकारी अनुमति के गाँव के भीतर मस्जिद का निर्माण शुरू किया। इससे गाँव के हिंदू समाज में नाराजगी फैल गई। विवाद तब शुरू हुआ जब हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और इस अवैध निर्माण का विरोध किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य को रोक दिया था, लेकिन इसके बाद भी स्थिति बिगड़ती चली गई।
विवाद की बढ़ती गंभीरता : यह मामला उस समय और बिगड़ गया जब अवैध मस्जिद की दीवार गिरा दी गई। हिंदू समाज के लोग इस अवैध निर्माण को लेकर पहले से ही नाराज थे और जब उन्होंने देखा कि मस्जिद का निर्माण जारी है, तो उन्होंने विरोध के रूप में दीवार गिरा दी। इससे दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया और गाँव में सांप्रदायिक अशांति फैल गई। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गाँव में भारी संख्या में तैनात किया गया।
विधायक एमपी आर्या की भूमिका : विवाद के बढ़ते क्रम में विधायक डॉ. एमपी आर्या भी सक्रिय हो गए। जब उन्हें इस मामले की जानकारी मिली, तो वह तुरंत गाँव पहुँचे और धरने पर बैठी महिलाओं के साथ जुड़ गए। उन्होंने पुलिस-प्रशासन की आलोचना करते हुए अवैध निर्माण को पूरी तरह से हटाने की माँग की। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और पुलिस के कार्यों पर सवाल उठाए।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल : इस विवाद के बीच, प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। हिंदू समाज का आरोप था कि पुलिस मुस्लिम समुदाय के साथ मिली हुई है और अवैध निर्माण को बढ़ावा दे रही है। पुलिस ने हालांकि मस्जिद के निर्माण को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन हिंदू समुदाय का आरोप था कि नमाज वहाँ चोरी-छिपे अदा की जा रही थी और निर्माण कार्य जारी था। पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठते हुए हिंदू समाज ने विरोध प्रदर्शन किया।
दोनों समुदायों के बीच पथराव : विवाद ने उस समय और गंभीर रूप ले लिया जब दोनों समुदायों के बीच पथराव शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर इस पथराव की कई वीडियो वायरल हो गईं, जिनमें देखा जा सकता है कि लोग एक-दूसरे पर पत्थर फेंक रहे हैं। इस घटना के बाद गाँव में तनाव और बढ़ गया और पुलिस ने भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी। पथराव के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी : पथराव के बाद पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें मुख्य रूप से हिंदू समाज के लोग शामिल थे। इन पर अवैध निर्माण की दीवार गिराने का आरोप था। इस गिरफ्तारी ने हिंदू समाज में और गुस्सा भरा, जिसके बाद लोगों ने विधायक एमपी आर्या के नेतृत्व में धरना देना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे लोगों की मुख्य माँग थी कि गिरफ्तार किए गए युवकों को तुरंत रिहा किया जाए और अवैध निर्माण को पूरी तरह से खत्म किया जाए।
पुलिस और प्रशासन की वर्तमान स्थिति : गाँव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कई थानों की पुलिस और पीएससी बल तैनात किया गया है। पुलिस बल की भारी तैनाती के बावजूद गाँव में तनाव बना हुआ है। प्रशासन की भूमिका पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं, और पुलिस की निगरानी में मस्जिद की दीवार को दोबारा बनाने की घटना से हिंदू समाज में नाराजगी और बढ़ गई है।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावित समाधान : इस विवाद ने गाँव के सामाजिक ताने-बाने को हिला कर रख दिया है। प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि कैसे वह दोनों समुदायों के बीच तनाव को कम कर सके। एक संभावित समाधान यह हो सकता है कि प्रशासन अवैध निर्माण को पूरी तरह से हटाए और गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की प्रक्रिया पर पुनर्विचार करे। साथ ही, दोनों समुदायों के नेताओं के बीच संवाद स्थापित करके स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश की जानी चाहिए।