हज इस्लाम में एक अत्यंत पवित्र यात्रा मानी जाती है, जिसमें लाखों मुसलमान हर साल मक्का-मदीना जाते हैं। लेकिन, हज पर गए कुछ महिलाएँ और बच्चियाँ यौन उत्पीड़न का शिकार हुई हैं, जो इस पवित्र स्थल पर गए पुरुषों की नापाक मानसिकता को उजागर करता है। सीएनएन की रिपोर्ट और विभिन्न उदाहरणों से यह स्पष्ट होता है कि इस्लाम के इस पवित्र स्थल पर यौन उत्पीड़न की घटनाएँ भी होती हैं, लेकिन पीड़ितों के पास कट्टर इस्लामी समाज के डर से अपनी आपबीती साझा करने की हिम्मत नहीं होती।
इस्लाम को मानने वाले हज को लेकर काफी संवेदनशील दिखते हैं। हज, मक्का-मदीना और काबा को पवित्र मानते हैं और यहाँ जाने को लेकर उत्साहित रहते हैं। लेकिन हज के दौरान महिलाओं और बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएँ सामने आई हैं, जो इस पवित्र स्थल पर गए पुरुषों की नापाक मानसिकता को उजागर करती हैं। सीएनएन की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि हज पर गई महिलाएँ और बच्चियाँ यौन शोषण का शिकार हुई हैं, लेकिन अपने अनुभव को खुलकर बताने से डरती हैं।
मिस्र की 13 साल की बच्ची का मामला :
मिस्र की 13 साल की बच्ची हज पर गई थी। उसकी बहनों और माँ के साथ। एक दुकानदार ने गंदे इशारे करके उसे अपने पास बुलाया। बच्ची चुप रही और खुद पर शर्म महसूस करती रही। दूसरी बार जब वह 17 साल की उम्र में हज पर गई, तो उसे और भी बुरे अनुभव का सामना करना पड़ा। पत्थर मारने वाली जगह पर भीड़ में किसी ने उसके स्तनों को दबोच लिया। इस बार स्तन दबाने वाला व्यक्ति अपनी बीवी के साथ खड़ा था।
पाकिस्तान की 10 साल की बच्ची का अनुभव :
पाकिस्तान की 10 साल की बच्ची अपने अम्मी-अब्बा और बहन के साथ हज पर गई। काबा को देखकर वह बहुत खुश थी, लेकिन भीड़ में से एक शख्स ने उसे पीछे से जकड़ लिया। बच्ची डर गई और माँ के पास चली गई। बाद में मदीना जाने के लिए बस में ड्राइवर ने उसकी छाती पर हाथ फिराया और जांघ दबोच ली। बच्ची को घिन्न आई, लेकिन डर से उसने किसी को नहीं बताया। यह घटना बच्ची के मन में गहरे घाव छोड़ गई।
इंडोनेशिया की 17 साल की लड़की का अनुभव :
2011 में इंडोनेशिया की 17 साल की लड़की हज पर गई। तवाफ के दौरान किसी ने उसके पीछे लिंग दबाया। लड़की को लगा कि इतनी पवित्र जगह पर ऐसी हरकत कौन करेगा, लेकिन ऐसा हुआ। इसका ध्यान इबादत में नहीं लग पाया और वह बस सोचती रही कि कब मक्का से वापस घर जाएगी। लड़की ने इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया, लेकिन यह घटना उसे हमेशा याद रही।
21 साल की पाकिस्तानी महिला का अनुभव :
21 साल की उम्र में अमेरिका में रहने वाली पाकिस्तानी महिला ने पहली बार हज किया। काबा को छूने के लिए भीड़ में गई, लेकिन किसी ने उसके नितंब पकड़ लिए। फिर उसके स्तनों को दबोच लिया गया। लड़की ने उस शख्स को घूरकर देखा तो वह मुस्कुराता रहा। लड़की ने गार्डों से शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस घटना के बाद वह दोबारा कभी हज पर नहीं गई।
32 साल की ब्रिटिश महिला का अनुभव :
2007 में 32 साल की ब्रिटिश महिला हज करने गई। मस्जिद में घुसते ही किसी ने उसके स्तनों को टाइट से दबोचा। महिला ने पीछे घूमकर देखा तो वह व्यक्ति उसे घूर रहा था। दूसरी घटना मस्जिद के भीतर हुई, जब किसी ने अपना लिंग उसपर दबाया। तीसरी घटना खरीदारी के दौरान हुई, जब एक बुजुर्ग ने उसके नितंबों के बीच उंगली डाल दी। इन घटनाओं ने महिला को हज के दौरान यौन उत्पीड़न के भयावह अनुभव से गुजरने पर मजबूर कर दिया।
हज पर महिलाओं का गायब होना :
कुछ महिलाएँ हज पर गईं और कभी वापस नहीं लौटीं। सोशल मीडिया पर लोग मक्का-मदीना में अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। एक यूजर ने बताया कि वह एक दंपति को जानता है जो हज के लिए गए थे, लेकिन शौहर अकेले ही लौटा क्योंकि बीवी को कैब ड्राइवर ने किडनैप कर लिया था। यह घटना सुनकर लोगों ने हैरानी जताई और ऐसी घटनाओं की सच्चाई पर चर्चा की।
Wtf is happening in Mecca & Medina??? pic.twitter.com/Q53UbJ1G1A
— Hindutva Knight (@HPhobiaWatch) July 21, 2024
59 साल की महिला का गायब होना :
दक्षिणी सुलेमानिया प्रांत की 59 साल की महिला सऊदी अरब में उमराह के लिए गई थी, लेकिन वहाँ उसका अपहरण हो गया। महिला अपने परिवार और भाई के साथ मक्का गई थी। वहाँ एक व्यक्ति ने व्हीलचेयर ली और महिला को वापस नहीं लाया। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि हज पर गए लोगों के साथ ऐसी घटनाएँ हो सकती हैं और उनकी सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं।
42 साल की महिला की हत्या :
42 साल की महिला का अपहरण मक्का में हुआ और बाद में गला दबाकर हत्या कर दी गई। यह घटनाएँ दर्शाती हैं कि सऊदी अरब में हज के दौरान महिलाओं के साथ किस तरह के खतरे हो सकते हैं। इन घटनाओं ने लोगों के मन में डर और चिंता पैदा की है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर सवाल खड़े होते हैं।
भारत की महिलाओं का अपहरण :
भारत की लड़कियाँ भी अरब में ऐसी घटनाओं का शिकार हुई हैं। 2010 में हैदराबाद से हज करने गई एक लड़की गायब हुई थी। उसके घरवाले कह रहे थे कि यह गुमशुदगी का मामला नहीं है, उसका अपहरण हुआ है। 2019 में हैदराबाद के मुरादनगर की 23 साल की महिला अपने शौहर, सास के साथ उमराह पर गई, लेकिन अचानक गायब हो गई। इन घटनाओं ने भारत की महिलाओं के मन में भी हज के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
हज के दौरान महिलाओं की सुरक्षा :
हज इस्लाम में एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है, लेकिन महिलाओं के साथ होने वाली यौन उत्पीड़न और अपहरण की घटनाएँ इस यात्रा के पवित्रता पर सवाल उठाती हैं। सऊदी अरब सरकार और हज के आयोजनकर्ता संस्थाओं को महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना आवश्यक है।
निष्कर्ष :
हज इस्लाम में एक पवित्र यात्रा मानी जाती है, लेकिन महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न की घटनाएँ इस यात्रा के पवित्रता पर सवाल खड़े करती हैं। हज के दौरान महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना आवश्यक है। महिलाओं के साथ हुए इन भयावह अनुभवों को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण है कि हज के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।