गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर में उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति को सुलझाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मणिपुर के मुख्य सचिव, सेना प्रमुख, आईबी प्रमुख, और अन्य टॉप पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य मणिपुर में चल रहे संघर्षों को समाप्त करना और वहां की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
विस्थापितों का पुनर्वास :
अमित शाह ने मणिपुर के मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वे राज्य में विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए त्वरित और उचित कदम उठाएं। उन्होंने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि विस्थापित लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं प्राप्त हों। यह निर्णय राज्य में शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मैतेई और कुकी समुदाय से केंद्र करेगा बातचीत :
गृहमंत्री ने घोषणा की कि केंद्र सरकार जल्द ही मणिपुर के मैतेई और कुकी समुदायों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेगी। इस बातचीत का उद्देश्य समुदायों के बीच चल रहे विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाना और आपसी सहमति बनाना है। यह पहल सामुदायिक सौहार्द और एकता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
मणिपुर में CRPF की तैनाती :
हाल ही में मणिपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की तैनाती की गई है। इसका उद्देश्य राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखना और हिंसा को रोकना है। सीआरपीएफ की तैनाती से राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, जिससे नागरिकों को राहत मिलेगी।
उच्च स्तरीय बैठक में शामिल अधिकारी :
इस उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के साथ सेना प्रमुख, आईबी प्रमुख, मणिपुर के चीफ सेक्रेटरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह बैठक मणिपुर की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए और वहां की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए आयोजित की गई थी।
निष्कर्ष :
गृहमंत्री अमित शाह की इस महत्वपूर्ण बैठक और लिए गए फैसलों से मणिपुर में स्थिरता और शांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बातचीत और विस्थापितों के पुनर्वास के प्रयास से राज्य में सद्भावना और एकता को बढ़ावा मिलेगा। मणिपुर में सीआरपीएफ की तैनाती और उच्च स्तरीय अधिकारियों की सक्रियता से राज्य में सुरक्षा और विकास की नई राहें खुलेंगी।