जैसा कि आप सबको पता है गुजरात दंगों पर बीबीसी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जिसमें अधिकांश अंश झूठे हैं या तथ्य पर आधारित नहीं है। इस प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री पर लगातार पिछले कुछ दिनों से विवाद हो रहा है अब इसी कड़ी में मशहूर फिल्म निर्देशक शेखर कपूर और बॉलीवुड अभिनेता कबीर बेदी ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
बीबीसी की पत्रकारिता को गटर वाली पत्रकारिता : कबीर बेदी
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता कबीर बेदी ने बीबीसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि, "बीबीसी डॉक्यूमेंट्री एक मौलिक तथ्य पर प्रकाश डालती है कांग्रेस शासन के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एक विशेष जांच दल ने पीएम मोदी को इस मामले में बड़ी कर दिया था। 2002 की ब्रिटिश जांच की उतनी ही विश्वसनीयता है जितनी कि इराक में जनसंहार के हथियारों की।"
इस से पहले कबीर बेदी ने 20 जनवरी 2023 को ट्विटर के माध्यम से बीबीसी के डॉक्यूमेंट्री को पक्षपाती डॉक्यूमेंट्री बताते हुए दावा किया था कि, "मोदी के भारत में धार्मिक अशांति है ? यह सवाल दशकों पुराना है और इन आरोपों को अदालत ने काफी समय पहले ही सिरे से खारिज कर दिया है। कबीर बेदी ने बीबीसी की पत्रकारिता को गटर वाली पत्रकारिता बतलाया और कहा कि सनसनीखेज खबर चलाने के नाम पर सभी अंधे हो चुके हैं।"
कोई भारत को महाशक्ति बनने से नहीं रोक सकता : शेखर कपूर
कबीर बेदी के ट्वीट पर फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर ने भी सहमति जताई और अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर पर कबीर बेदी को टैग करते हुए लिखा कि, "आप ठीक कह रहे हैं कबीर, मैं भारत को अस्थिर करने के प्रयासों को लगातार देख रहा हूं... ऐसा लगता है जैसे अब कोई भारत को महाशक्ति बनने से नहीं रोक सकता।"
बता दें कि इससे पहले भी 22 जनवरी 2023 को शेखर कपूर ने बीबीसी के प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री पर निशाना साधते हुए लिखा था कि, "मुझे आश्चर्य है कि क्या बीबीसी के पास कभी ब्रिटेन के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति विंस्टन चर्चिल के बारे में सच्चाई बताने का साहस था ? जो बंगाल के अकाल के लिए काफी हद तक जिम्मेदार था, जिसके कारण भुखमरी से लाखों लोगों की मौत हो गई थी।वह उन जनजातीय समाज के लोगों पर रासायनिक बम गिराने वाला पहला व्यक्ति है।"
युटुब और अन्य सोशल मीडिया साइट्स से डॉक्यूमेंट्री संबंधित सारे लिंक हटाए जा रहे हैं :
आपको बता दें कि बीबीसी के विवादित डॉक्यूमेंट्री पर सरकार के आदेश के बाद टि्वटर युटुब और अन्य सोशल मीडिया साइट्स से डॉक्यूमेंट्री संबंधित सारे लिंक हटाए जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि, "यूट्यूब वीडियो के लिंक वाले 50 से ज्यादा भी ट्वीट, टि्वटर पर ब्लॉक किए गए हैं।" सरकार ने यह फैसला आईटी नियम 2021 के तहत इमरजेंसी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए लिया है।