भारतीय राजनीति इतिहास में हमने शुरू से देखा है कि कांग्रेस देश विरोधी राजनीति में ज्यादा भरोसा रखती है और कांग्रेस का चुनाव प्रचार भी देश विरोध के इर्द-गिर्द ही घूमता रहता है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सबसे आगे रहते हैं क्योंकि दिग्विजय सिंह अपने देश विरोधी बयान को लेकर हमेशा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने रहते हैं और अब फिर से एक बार दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग कर सेना के हौसले, साहस और पराक्रम पर सवाल उठाया है।
केवल झूठ के पुलिंदा से यह राज कर रहे हैं :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभी जम्मू कश्मीर में है, वही इस यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह जम्मू में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे और सरकार पर हमला बोल रहे थे। सरकार का विरोध करते करते दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए कहा कि, "सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है, यह दावा करते हैं कि हमने इतने लोगों को मार गिराया लेकिन सबूत नहीं दिए। केवल झूठ के पुलिंदा से यह राज कर रहे हैं।"
दिग्विजय सिंह ने अपने घटिया बयान को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, "हुकुमत जम्मू कश्मीर का फैसला नहीं करना चाहती, यहां की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यहाँ समस्या कायम रखना चाहती है ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहे और लोगो के बिच हिंदू मुसलमान की नफरत फैलती रहे।
जयराम रमेश ने पत्रकार को दिया धक्का :
हद तो तब हो गई जब दिग्विजय सिंह के इस घटिया बयान के बाद मीडिया ने दिग्विजय सिंह से इस विषय पर सवाल किया तो कांग्रेस नेता जयराम रमेश रिपोर्टर के बीच आ गए और रिपोर्टर को धक्का देते हुए दिग्विजय सिंह को डाइवर्ट न करने की बात कह दी। रिपोर्टर ने दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश से दोबारा बात करने की कोशिश की तो जयराम रमेश दिग्विजय सिंह को रिपोर्टर से दूर ले जाते दिखे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है।
भारतीय जनता पार्टी हुई हमलावर :
दिग्विजय सिंह के इस घटिया बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दिग्विजय सिंह के इस घटिया बयान पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, "सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कांग्रेस ने एक बार फिर पुलवामा को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोली है। दिग्विजय सिंह ने 26/11 के लिए भारत को ही जिम्मेदार ठहराया था। राहुल गांधी ने कहा था सेना की पिटाई हो गई। इनकी पार्टी आईएनसी (इंडियन नेशनल कांग्रेस) नहीं बल्कि पीपीपी अर्थात पाक परास्त पार्टी है, जो हमारी सेना के मनोबल पर हमला करना पसंद करती है। यह शर्मनाक है। "
इसके बाद शहजाद पूनावाला ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि, "जिस दिन हम पराक्रम दिवस मनाते हैं नेताजी की विरासत को सलाम करते हैं और हमारे बहादुरों को सम्मान करते हैं, उसी दिन कांग्रेस हमारी सेना के मनोबल पर हमला करती है। पिटाई हो गई से लेकर खून की दलाली तक, सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट पर शक करना, आतंक को क्लीन चिट देने के उद्देश्य से कांग्रेस पुलवामा के लिए भारत को दोष दे रही है..... यह शर्मनाक है।
वहीं अगर हम भाजपा के दूसरे नेताओं की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी की नेता प्रीति गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था, वह अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे हैं। ये अपना मुंह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं। "
कांग्रेस कब सीखेगी अपनी गलतियों से :
बहरहाल जो भी हो कांग्रेस नेता लगातार अपनी हदें पार करते जा रहे हैं और देश विरोध में अपने नारे बुलंद कर रहे हैं....... कांग्रेस भूल चुकी है कि जनता अब समझदार हो चुकी है और समझ चुकी है कि देश हित में कौन सी सरकार काम कर रही है और कौन सी सरकार काम नहीं कर रही है, शायद यह इसी का नतीजा है कि 2014 के बाद कांग्रेस विलुप्त होने के कगार पर आ चुकी है.... लेकिन फिर भी कांग्रेस अपनी गलतियों से नहीं सीख रही है कि, हमें अपनी गटर राजनीति को बदलकर राष्ट्रवादी राजनीति की तरफ बढ़ना होगा।