महाराष्ट्र में सियासी उठा-पटक के बीच सूरत में डेरा जमाए शिवसेना के बागी विधायकों को अब असम के गुवाहाटी में शिफ्ट किया गया है । बाकी दल के नेता एकनाथ शिंदे ने बताया है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है । जिसमें से 6-7 निर्दलीय हैं और बाकी के शिवसेना के हैं । उन्होंने बताया कि फिलहाल तो उन्हें भाजपा की तरफ से कोई ऑफर नहीं आया है , नहीं उनकी पार्टी से कोई बात हो रही है । उन्होंने बताया कि शिवसेना या पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से भी फिलहाल कोई बात नहीं हो रही है ।
ANI से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा जहां तक ताजा राजनीतिक हालात की बात है तो हम लोग बाला साहब ठाकरे के शिवसैनिक हैं और हमेशा शिवसैनिक ही रहेंगे। भविष्य में क्या करना है इस संबंध में अभी हमने कोई निर्णय नहीं लिया है। उधर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि बाढ़ आपदा के इस समय में टैक्स देने वाले होटल अतिथियों का राज्य में स्वागत है। उन्होंने कहा कि जो टैक्स देते हैं उन्हें सरकार को राजस्व प्राप्त होता है ।
सीएम सरमा ने कहा कि अगर गुवाहाटी सभी राज्यों का राजनीतिक केंद्र बन जाता है ,यहां तक कि केंद्र सरकार और अन्य देशों का भी वह इसका स्वागत करेंगे। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि बस यहां होटल बुक रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के इस आपदा के समय राज्य को भी चाहिए और टैक्स देने वाले पर्यटक चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर होटल के कमरे फुल हो जाते हैं तो इससे सरकार की भी कमाई होगी। उधर शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु ने पार्टी के सभी विधायकों के नाम एक पत्र जारी किया है। जिसमें उन्हें बुधवार (22 जून 2022) की शाम होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि जो विधायक अनुपस्थित रहेगा यह समझा जायेगा कि उसने अपने मन से शिवसेना छोड़ दी है। साथी बिना किसी पूर्व सूचना या वैध कारण के अनुपस्थित रहने वाले विधायकों को संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कराने की धमकी भी दी गई है ।