पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का इतिहास पुराना रहा है। पश्चिम बंगाल में चुनाव समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं, पर चुनाव में होने वाली हिंसा का अंत निकट नहीं जान पड़ता। पिछले चुनावों से तुलना की जाए तो इस विधानसभा चुनावों में पाँचवें चरण तक चुनावी हिंसा में बहुत कमी आई है। लेकिन हिंसा पूरी तरह से रुकती हुई दिखाई नहीं दे रही। हिंसा रोकने के लिए विभिन्न चरणों के लिए मतदान की योजना और पर्याप्त केंद्रीय सुरक्षा बलों की उपस्थिति का प्रभाव साफ़ दिखाई दे रहा है। पर राजनीतिक दलों की ओर से हिंसा रोकने के लिए किए गए प्रयास पर्याप्त नहीं हैं।
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