Default Image

Months format

View all

Load More

Related Posts Widget

Article Navigation

Contact Us Form

404

Sorry, the page you were looking for in this blog does not exist. Back Home

Ads Area

14 साल बाद घाटी में बीएसएफ की तैनाती की गयी, कुछ बरा होने की उम्मीद.


सुप्रीम कोर्ट में संविधान के अनुच्छेद 35A पर सोमवार को होने वाली सुनवाई को लेकर जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं ने रविवार को बंद का आह्वान किया है. इसके साथ ही पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति व्याप्त है. घाटी में तनाव और बंद के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है. पूरे श्रीनगर में धारा 144 लागू कर दी गई है और कई इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. हालांकि, गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त बलों की तैनाती को चुनाव पूर्व तैयारी से संबद्ध एक नियमित अभ्यास बताया है.



पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार ने श्रीनगर में 14 साल बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को तैनात किया है. अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा तैनात की गई अर्द्धसैनिक बलों की 100 कंपनियों में 45 कंपनियां CRPF से है, जबकि BSF से 35 और SSB तथा ITBP से 10-10 कंपनियां हैं.


अधिकारियों ने बताया कि 14 साल के बाद घाटी में BSF की तैनाती की गई है. इससे पहले 2016 में फैली अशांति के वक्त अस्थायी तौर पर BSF को एक हफ्ते के लिए कश्मीर में तैनात किया गया था, हालांकि इस तैनाती के फैसले को तुरंत वापस ले लिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में 4 और बडगाम जिले में 1 जगह BSF के जवानों को तैनात किया गया है. इस कदम का मकसद जम्मू कश्मीर में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करना और शांति बनाए रखना है. उन्होंने कहा, ‘बीएसएफ आईटीबीपी की कंपनियों के साथ मिलकर कश्मीर क्षेत्र में तैनात CRPF की कंपनियों से स्थिर गार्ड ड्यूटी संभालेगी.’

हमारे फेसबुक पेज को जरूर लाइक करे। 


आपकी प्रतिक्रिया

खबर शेयर करें

Post a Comment

Please Allow The Comment System.*