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पढ़े जेडीएस ने शुरू की तुष्टिकरण की राजनीत कर्नाटक में

कर्नाटक में जेडीएस की सरकार बनते ही तुष्टिकरण की वोट की राजनीती शुरू हो चुकी है, खबर जरूर पढ़े :




जैसा की आप सब को पता है की कर्नाटक में जेडीएस की सरकार बन चुकी है और जेडीएस सरकार भी कांग्रेस के  नक्से कदम पर चल परी है। आप सब को ज्ञात होगा की जेडीएस के मुख्यमंत्री के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री देव गौरा चुनाव प्रचार ये कहते नहीं थकते थे की उनकी इच्छा है की उनका अगला जन्म मुस्लमान धर्म में हो तो उन्ही के पार्टी ने एक ऐसा फैसला लिया है जो शायद जानबूझ कर हिन्दू नेतावो को फ़साने की साजिश हो।

जिहाँ आपने सही सुना जैसा की कुछ महीनो पहले आपसी रंजिश की दुश्मनी में गौरी लंकेश की हत्या कर दी गयी और उस वक़्त चार्जशीट एसआईटी द्वारा दायर नहीं हो पायी थी वो अब जेडीएस सरकार ने कर दी गयी है। इस चरगेशिट में 2  हिन्दू नेताओ को लंकेश के हत्या का आरोपी बताया गया है और वो दो हिन्दू नेता केटी नविन और प्रवीण कुमार है। इनके परिवार और हिन्दू संगठनो का कहना है की इनको तुष्टिकरण की राजनीती के लिए फसया जा  रहा है, अगर इसकी निस्पक्ष एजेंसी द्वारा जाँच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।

आपको अगर ज्ञात हो तो कठुआ मामले में भी एसआईटी ने कैसी चरगेशिट दायर की थी वो पूरी तरह से हिन्दू धर्म को बदनाम करने वाली एक झूठी चरगेशिट थी और अब फिर से कर्नाटक में वही एसआईटी ने फिर से एक शायद झूठी चार्जेसिट दायर की है जो दो हिन्दू युवा नेता को फ़साने के लिए है। आपको हम बताना चाहेंगे की ये दो हिन्दू नेता अक्सर कुछ एजेंसीयो के रडार पर रहते थे क्युकी ये दोनों शक्रिये हिन्दू नेता थे जो अक्सर हिन्दुओ के लिए आवाज उठाते थे, हिन्दू संगठनो के कार्यक्रम में जाया करते थे। बहरहाल अब देखना है आगे क्या होता है। 

सम्पादक : विशाल कुमार सिंह

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